- 238 Posts
- 4240 Comments
गतांक से आगे ….
युवामत पर बुजुर्ग भावुक होकर बोले ………“…सच माने ईश्वर है बेटा !…..सच माने हम हैं !….सच माने सब हैं ,..सच माने विकास है ,.सच माने प्रकाश है ,…..सब सच्चा चाहते हैं ,..सब सच्चा दिखना चाहते हैं ,….. सब सच्चा होना चाहते हैं !…… सच सबकुछ है .. सच का जीतना अटल सच्चाई है !….”
सूत्रधार ने प्यार से बाबा को रोका ………..“..गहरे न जाओ बाबा !…..पहले खेती का सच देखो … प्राकृतिक खाद सच्ची खाद है !…”
पंच आगे बढ़े …………..“..ईश्वर रुपी प्रकृति हमको भरपूर सच्ची खाद दिए है ,..जरूरत ऊको अपनाने बनाने की है !…….सब खेतों को भरपूर प्राकृतिक शक्ति सुरक्षा ताकत मिलेगी !….. हर गाँव घर में जैविक प्राकृतिक खाद दवाई कीटनाशक बनाने का उद्दम होगा !…”
एक युवा किसान बोला ………….“..होगा नहीं होता है !…..गौ गोबर मूत्र और सहज देसी चीजों से बहुतै अच्छी खाद कीटनाशक बनती है ,..स्वामीजी सबको सिखाये हैं …सब सीखते हैं !..”
……….“…..भैय्या कृषि उत्थान खातिर ज्यादा से ज्यादा पशुपालन गौपालन बढ़ाना होगा ,…बिना गोबर खाद के सब ताकत अधूरी है !..”…………..एक महिला मत आया तो पंच बोले .
“…..लूटतंत्र मिटने पर सबसे पहले गौहत्या बिलकुल रुकेगी ……गौहत्या पर कठोरतम सजा होनी चाहिए !…….सौ पचास तीन सौ छह दफा लगना चाहिए …..भगवान का वरदान गऊ माता हमको सबकुछ देती है ,…दूध दही घी गोबर मूत्र सब अमृत है !…आदमी लाख का तो गाय करोड़ की !……”
पीछे से युवा आवाज आई ……………“…अब अंग्रेजी कानून न बताओ रहमान भाई ! ……हमारी गाय माता अनमोल है ! ……. महाअमृत दूध घी छोड़ दो … गोबर मूत्र अमृत है ,… खेत खातिर महाशक्ति है ,… कीटाणु विषाणु नाशक है !..”
मरियल बाबा भी बोले …………“…गौ गोबर में लक्ष्मीजी का निवास काहे है ,…उसमें लक्ष्मीजी छुपी हैं ,..खेत में मिलकर हजार गुना देती हैं ,…हम लक्ष्मीपुत्र हैं ….हम खेतों के पुजारी हैं ….हमारे खेतों में विष्णुजी का वास होता है !…..हम गऊ के सनातन आराधक हैं !…”
पंचाधीश भी बोली …………..“..गौपूजा खुद विष्णु जी करते हैं ,……गौ गोबर बिना हर पूजा अधूरी है ,…..गोबर लेप से घातक विकिरनौ प्रभावहीन होता है !…..गाय से धनी ऊर्जा किरणें निकलती है ,……गायमाता दिनरात प्राणवायु शोधती है !…..गाय से धरती मानवता को सात्विक शक्ति मिलती है ….. गाय मानवता की आदि पालक है ,…गाय हमारी गौरवशाली सनातन सम्पन्नता का अनमोल रतन है !….ई अखंड सच्चाई है …. हर विज्ञान से सिद्ध है !……पूरे दम से गौरक्षा गौवर्धन करना मानव का परमधरम है !..”
बीच से बुजुर्ग बोले ………….“…. अब रूस इजराइल ने गौहत्या पर मृत्यु दंड दे दिया है …लेकिन …..विदेशी पालतू गाँधी कुनबा गौहत्या को हमेशा भरसक बढ़ावा देता है ,..इंदिरा गाँधी ने सैकड़ों गौपूजक संतों को गोली से भूना था !..”
एक युवा बोला ………..“..भारत अब गोली बन्दूक से रुकने वाला नहीं है !…….हमारे अनेक संत महात्मा लोग संगठन गौसेवा गौरक्षा खातिर समर्पित हैं ,….शैतान सत्ता उनको आतंकी मानती होगी !..”
दूसरा रोषीले अंदाज में बढ़ा …………. “…उनके कुछौ मानने कहने से का होगा !…डाकू रानी सोनिया माई को चाटुकार लोग भारतमाता कहें तो का होगा ,….देश दोनों चप्पल हाथ में उठाएगा !…..”
एक बुजुर्ग बीच में कूदे ……………“..राक्षस पापै बढ़ाएगा भैय्या !……..भारत भारती खाने वाले गाँधी लोग लुटेरे अंग्रेजों के पक्के वारिस हैं !……एक मूल के हिन्दू मुसलमान में झगड़े का बड़ा औजार गौहत्या है …….भारत पर अखंड राक्षसराज खातिर बार बार मानवता काटी गयी !…….यही खातिर गौकशी का विधिक शुरुआत अंग्रेजों ने किया !…. वही सुवरपालन करवाते थे !…कृषि बर्बादी बीमारी का मूल कारण गौहत्या है !….”
पंच फिर बोले ………..“..कोई सच्चा धर्म निरीह जीवहत्या को जायज नहीं कह सकता !….आदमखोर जीव को मारना मानवता जायज ठहरा सकती है ,………..गौहत्या महापाप है !….”
एक महिला भी बोल उठी …………“..कौनो इंसान गौहत्या गवारा न करेगा !..गौहत्या मातहत्या है ,.. देवहत्या है ,… मानवता की हत्या है ……गौहत्या आत्महत्या है !..”
“……विदेशी दल्ले गौमांस में सब बिटामिन बताते हैं ,…अखबार में परचार छपाते हैं !….फिर मुंह छुपाकर हम पर हँसते हैं .”………………एक युवा ने और तीर छोड़ा तो लाल कुर्ते वाला मूरख खड़ा हुआ .
“…शैतानों को इंसानियत की समझ कहाँ भैय्या !……हम सुने हैं ….. एक बार राहुल प्रियंका के विदेशी दोस्त गुलाम इंडिया के सपाटे पर आये !…….जहाज में गौमांस न मिला … दोस्तों ने बच्चा गांधियों को खींचा ..नकली गाँधी सल्तनत की हंसी उड़ाई …..भड़के बेशर्म शहजादे शहजादी ने एयरलाइन को जमके खींचा ,….वोटतंत्र में जनता बड़ी मजबूरी है ,..वर्ना गुलाम भारतीय अधिकारियों की खाल खींच लेते ……फिर मामला दबा दिया गया !…”
बगलगीर साथी आगे बोला ……………“..इनके सब मामले दब जाते हैं !…..विदेशी साथियों सहित बच्चे गाँधी पर मासूम बच्ची से सामूहिक बलात्कार का घिनौना मामला था ,…गुलाम निरीह पुलिस और गांधियों से दबे बिके अन्यायतंत्र ने मिलकर दबा दिया !…आवाज उठाने वाले विधायक तक दबकर गुम हो गए !……..एनडीए राज में बच्चा गाँधी नशे की खेप के साथ अमरीकी हवा अड्डे पर पकड़ा गया था !…..बिरजेश मिसिर परधान सिकेटरी ने जोर दाब से मामला वहीँ दबा दिया !..अमरीका से सबकी छनती है !.”
बुद्धिजीवी जैसा मूरख फिर बोला ……………………..“..साजिशबाज लुटेरों की हमेशा गहरी छनती है ,…जनता को बहकाते रहना बड़ी मजबूरी है ,…तबहीं मजबूरी माने गाँधी थे ,…ऊ अंग्रेजों की मजबूरी थे ,..अंग्रेज नेहरू उनके !….. गहरे मक्कार दोगलापन जरूर बगल में रखते हैं ,…भयानक इंदिरा राज में जनता को अमरीका से झूठी नूराकुश्ती दिखाकर लुभाया गया !………मूरख बनाने खातिर फिर वही दोगला राग बज सकता है !…..अमरीका से दिखावटी कड़वाहट … रूस से दोस्ती का नकली जाम चल सकता है !…..”
साथी भी लपका …………“..अब कोई नकली जाम न चलेगा भैय्या ,…..सच सच होता है ,…ऊ केवल सच होता है ,…….सनातन होता है !…. ईश्वर होता है !……अमरीका माने का है ,…अमरीका माने शुद्ध झूठ है !……..पूरा झूठ है ,…अमरीका गिनती के मानवद्रोहियों की जकड में है ,….ऊ बेदर्दी से पूरी दुनिया जकड़े है !…..उन्होंने सब धर्मों को मजाक बनवा दिया है !…
पंच साहब फिर बोले ………….“…धर्म का बहुवचने मजाक है भाई !……मानव एक है .. मानवधर्म एक है .. ऊ सत्य है सनातन है वेद है शक्ति है …. परमेश्वर है .. राम कृष्ण शिव है …दुर्गा लक्ष्मी सरस्वती है !………सच के सिवा बाकी सब झूठ है ,……विशाल मानवता के अँधेरे सफर में भटकना लुढ़कना गिरना लाजिमी है !…….घुप अँधेरे में परमात्मा से प्रकाशित कोई शुद्ध आत्मा चिराग रोशन करती है !……..ईश्वर सड़ा अपनी प्रिय संतानों के साथ रहते हैं ,…. प्रकाश पुंज मांग क्षमता काल समर्पण के हिसाब से मिलता है ,. चिराग खुदौ अँधेरा छुपाते हैं ,….बाद में ऊ कालिमा कमजोर प्रकाश को दाब लेटी है ,…….सूर्य युगों में उगते हैं !…….भागवत मुहूर्त में मानवता को शुभ से प्रकाशित करते हैं !..पुण्य की आग जलाते हैं …सत्य की शक्ति जगाते हैं !….स्वामीजी पवित्र आग ऊर्जा से भरे सूर्य हैं !.”
एक अधेड़ मूरख बोला ………….“..आग सच्चाई है !..आग जीवन है ,…पंचतत्व है !…आग देवताओं का मुंह है ,..देवता भगवान के साधन हैं ,..जैसे मानव खातिर ऊका तन मन है !….हमारा तन मन पूरा शुद्ध शक्तिवान हो तो आत्मप्रकाश परमात्मप्रकाश मिलता है ..शक्ति शुद्धता खातिर यज्ञ जरूरी है !……”
जोरदार समर्थन का सुर उठा ………….“… तबहीं आग्निहोत्र करना मानवधर्म है !….गौघी तिल तेल चावल अन्न फल फूल जल जड़ी बूटी से होम करने से सद्शक्ति बढ़ता है !….यहौ सब विज्ञान से सिद्ध है !….वेद यज्ञमहिमा विस्तार से गाये हैं ,…यज्ञ को आज का विज्ञान प्रयोगसिद्ध किया है ,…सही यज्ञ से शुद्ध खेती होती है ,….राक्षस पाखंडी अज्ञानी लोग यज्ञ को पाखण्ड बताते हैं ..”
एक महिला बोली …….“..काहे न बताएँगे !…..राक्षस मंडली हमेशा यज्ञ विरोधी रही !……धरती से शुद्ध अन्न घी मिटाने खातिर बेहिसाब गौहत्या होती हैं !…”
युवा खड़ा होकर बोला ………..“….अब न होंगी भौजी !…..यज्ञ से जहरीला वातावरण शुद्ध होता है ,…शुद्ध वातावरण और शुद्ध शक्तिमान होता है !..मानवता को बहुतै धनी ऊर्जा मिलती है ..!….”
एक पंच आगे बोले ……………..“..धनी ऊर्जा मंत्रौ से मिलती है !…..ओंकारनाद महाशब्द है !…..राम महारसायन है !…..वेदमाता गायत्री ईशमाता हैं !..गायत्री मन्त्र महामंत्र है ……वैदिक मन्त्र मानवता को सुख देने वाले देवता हैं !….मानवता के महानतम ज्ञानी विज्ञानी हमारे ऋषिमुनी अवतारी थे …शून्य से सब ज्ञान निकाला है !..”
“… मन्त्र के साथ पवित्र आहुति स्वाहा !…..ई महाविज्ञान है ,..स्वाहा माने का होता है ,…स्व माने आप …हा माने आपका !…अपना सब आपका है ,…हम आपके हैं …..सब आपके हैं !.”…………बुद्धिजीवी जैसा मूरख फिर बोला तो ग्राम मामा चहक उठे
“..वाह !…..गजब थ्योरी बाटे !…”
मूरख ने उसी चहक से उत्तर दिया ………….“..ई थ्योरी प्रेटीकल सबकुछ है …..सनातन सत्य है …….जीव सत्य है !….”
आगे साथी बोला ………….“..और सत्य शुद्ध है पुण्य है !…… शुद्धता पुण्यता धर्म है …शुद्ध पुण्यवान धर्मात्मा है ,…..धर्म भगवान हैं ,…भगवान सुख शांति शक्ति आनंद के भण्डार हैं !…”
“..और झूठ का है !….”…………एक युवती ने मासूम सवाल किया तो सूत्रधार बोले
“…..ठीक उलटा लगाय लो बिटिया !….झूठ गन्दा है पाप है अधर्म है शैतान है ,…दुःख कलेश अशांति है !..झूठ शक्ति का ग्रास लेता है !.”
…………“.. कुछ राक्षसों को टांगकर झूठ मिटेगा !….अमरीका इजराइल इंग्लैण्ड यूरोप नाटो देख लो !……… मानवता को हर तरह से गिराने दबाने डराने लूटने खातिर विज्ञानियों से भयानक हथियार बनाए !….दुनिया को शान्तिजाप से खाते हैं !……लालच सफेदपोशी भौकाल खौफ साजिश आतंक से मानवता को काटकर खाते हैं !..”…….एक मूरख ने अलग राग छेड़ा तो दूसरा भी जुटा
“..नेहरू से अब तक हमारे कई बड़े विज्ञानी गायब हो चुके हैं …..गांधियों ने सब खबर गायब करवा दिया !..”
एक युवा का गुस्सा धीरज से फटा …………“..सच्चे भारतपुत्रों को शैतान दल्लों ने मरवा दिया होगा …नहीं तो खरीद लिया होगा !…..शैतान शक्तियां शैतानी काम बड़ी सफाई से करती हैं !….अमरीकी सत्ता मानव पूंजीखोर राक्षसों के हाथ खेलती है !…अमरीकी जनता खुद को विकसित हुशियार समझती होगी .. लेकिन हमसे कहीं ज्यादा मूरख है !.”
बुद्धिजीवी टाइप फिर बोले …………“..अमरीका की बात न करो !…..उनका संयुक्त राष्ट्र विश्वबैंक विश्व व्यापार संगठन मुद्राकोष विश्व स्वास्थ्य संगठन सब मानवता हड़पने के भयानक सफेदपोश औजार हैं !…..
साथी ने भी सुर मिलाया ………“…लोकतंत्र में जनता मजबूरी है ई लिए सफेदपोशी दिखाना शैतानों दलालों की शातिर मजबूरी है !..”
उकडूं बैठा मूरख जैसे अपनी बाट जोह रहा था …………“..जार्ज फर्नाडीज शाहरुख कलाम साहब तक सब अमरीका में बेइज्जत किये गए ….तब दिल्ली वाले दल्ले कुछ न बोले !…संस्कृत ग्रन्थ खातिर पूजनीय स्वामीजी को घंटों बैठाए रखा ,….दिल्ली से इशारा देने वाली गाँधी मंडली बहुतै खुश रही !….अब देवयानी मुद्दा पर उलझे हैं !..”
एक महिला शान्ति से बोली ………….“…पक्के पालतू गुलाम मालिकों से का उलझेंगे !……….फ़ालतू में देश उलझाने की साजिश लागे ,… कांग्रेस अमरीका की गहरी मिलीभगत दुनिया जानती है ,…. मामूली मुद्दे में मीडिया का टाईमपास करवाते हैं ,..लुटेरों पर जमी देश की निगाह भटकाते हैं !……. देवयानी दीदी से अन्याय हुआ तो न्याय हो ,…उन्होंने अन्याय किया तो न्याय हो …इसमें उलझने वाली का बात है !…..अमरीका खुद कानून का पैगम्बर बनता है ,..खुदै कानून घुमाकर घोर अन्याय अपराध अत्याचार करता है ,…..”
कोने वाला कम्बलधारी मूरख बोला ………..“..ईराक अफगान में का किया !….मानवता की बेदर्द हत्या करी !… यही काम रूस हिटलर मुसोलिनी चर्चिल भी किया !…..लादेन मुल्ला उमर तालिबान अलकायदा किसने बनाया ..अमरीका ने !…वही पाकिस्तान की नापाकी पालता है …. पीठ ठोंककर पेट पर लात मारता है !….कंधा सहलाकर पीठ में खंजर भोंकता है ,……….सब अहंकारी अधर्म सत्ताएं मानवता पर कब्जे खातिर मानवता खाती हैं !….”………………… क्रमशः !
Read Comments