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आदरणीय मित्रों बहनों एवं गुरुजनों ,…सादर प्रणाम ………मूरखों का पत्र मिला है ,…तुरंत छापने का आदेश भी है ,..अतः आज आपकी सेवा में मूरखों की पाती प्रस्तुत है ..
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“..सबको सादर राम राम प्रणाम !…………… आज अखबार देखके हंसी का झरना छूट गया ,…..आपको सुना ही देते हैं …हा हा हा हा ही ही ही हू हू हू !……… कल रोने का मन था !…..गाँधी के गुप्त यारों ने फिर देश का खून बहाया !….फिर नाटक आगे बढ़ाया !…. वाशिंगटन डीसी साझा न्यू देहली वाया पाकिस्तान ड्रामा कंपनी का हर पेशकश गजब है ,…..सप्तरसों की मौज लगाकर भारत खाते हैं ,……पतै नहीं चलता .. कौन कब नायकी ओढ़कर प्रेस में छा जायेगा ,…… एक सदी से भारत ई ड्रामें के आनंद में बर्बाद है !……चलिये असल बात पर आते हैं !….
……..राहुल उर्फ बच्चा गाँधी उर्फ रौल विन्ची ने नाटक में धमाका किया है !………अपने ही मास्टर और कठपुतलियों पर हल्ला बोला !……मम्मी मोहन का बनाया अपराधी बचाओ अध्यादेश फाड़ दिया ,..प्रधानमंत्री कुत्ते से हजार गुना वफादार हैं ,…अमेरिका से अध्यादेश वापसी का मौनी एलान हो गया ….जियो बालक !..इसको कहते हैं मालिक !!……..वैसे इनका सोचना ठीकै है ,..चुपचापी में दीदी आगे हो गयी तो मामला बिगड़ सकता है ,..मैक्सिकन माफिया को दिल्ली क्वीन बनाने का ख़्वाब टूटेगा !…….इसलिए टामी मम्मी एक जैसे !…..सीन आते ही लात जमाओ .. सदा की तरह भारत खाओ !……शैतान मंडली एक है !……वोट बैंक बढ़ना चाहिए ,…सबको हिस्सा मिलना चाहिए ,…विदेशी फादर बाप खुश रहने चाहिए ,….भारत गुलाम होना चाहिए !..बस !…………..वैसे चुनावी मौसम में एक बार और कुछ फाड़ा था ,…….. तब विपक्षी चिट्ठा बताकर अपने चमचों वाली लिस्ट फाड़ी थी !……वैसे आदमखोरी का शर्म से का सम्बन्ध है !….भारत खाने के प्रोग्राम में विपक्षी पक्षी एक होते हैं … अब हम भैय्या जी से सीधा मुखातिब होते हैं ….
भैय्याजी तुम्हारी मक्कार डकैतियां सरेआम हैं !….मनमोहन मंडली की औकात पालतू कुत्ते से बहुत कम है ,…सबकुछ तुम्हारी माँ बेटी बेटे का ही है !….. इशारा बिना मनमोहन सू सू नहीं करता है ,…तुम देश को मूरख बनाने खातिर अपराधी अध्यादेश लाकर उसीपर चढ़ बैठे ,……अरे ,..अब तो अपनी औकात समझो .. तुम सब देश के महाअपराधी हो !….तुम नंगे हो …खाल तक उतर चुकी है !…… गुर्गों की कलगी चढाने से भारत माता खुश न होगी …भारत कांग्रेसी लूटतंत्र का सर्वनाश ही चाहता है !……कभी टीवी देखा करो बाबू !….चेहरा चमकाने की तमाम क्रीमें आती हैं !……तुम तो भेड़िया गिरोह के युवराज हो !……..तुम्हारे नाप का नाड़ा ढूंढे खातिर हमारे जहाज दुनिया के दस चक्कर लगा सकते हैं !….क्रीम भी ढूंढ लायेंगे !…
तुम झूठा भौकाल गाँठते हो …अपनी महालूटों और काले धन पर दाढ़ी नहीं खुजाई भैय्या !……जनलोकपाल पर खुजाया भी तो कहीं और !!….राष्ट्रऋषि के साथ देश की चीख न सुने !……तुमने महाशक्ति भारत लूटकर कंगाल कर दिया !…..तुम्हारे गद्दार बाप दादाओं के लादे अंग्रेजीराज से भारत बर्बाद है ,..तुम अपनी आबादी की चिंता में घिस रहे हो !……..आधीरात में लोकतंत्र का जनाजा निकल गया,. तुम मस्त विदेशी ख़्वाब में सोते रहे !……तुम्हारी गुलाम सरकार हमारे काले धन पर कुंडली मारे बैठी है ,…तुम चैन की बंशी बजाते हो ! ……तुमने ही कहा है ,…सरकार में पूरी दिलचस्पी है …..अच्छा समझ गये !…..तुम्हारी पूरी दिलचस्पी भारत लूटकर अपना चेहरा पालिश करने में है !…करते रहो भाई ,…तुम्हारी पूरी कालिख देश देख चुका है !…. शेर की आहट से चिट्टे भेड़ियों में बौखलाहट जायज है !….
वोटबैंक के लिए तुम भारत और तोड़ने का एलान करते हो !……भयानक साजिशी विदेशी निवेश की भयंकर तारीफ़ करते हो !……तुम फिर कंपनीराज के लिए इंग्लिश क्वीन से ज्यादा व्याकुल हो !……तुम हिन्दुस्तान की कीमत पर अंग्रेजी अंग्रेजियत बढाते हो ,…..तुम्हारा खानदान हमेशा भारतीय लिबास में विदेशी दलाल रहा !…….तुम राष्ट्रभक्त संघ को आतंकी साबित करने खातिर बेचैन हो !……..तुम गुलाम इंडिया की कठपुतली राजगद्दी खातिर शैतान से ज्यादा गिर चुके हो ,….अपराधीकरण पर जरा विस्तार से देखते हैं !
ई इंडिया में अपराधी कौन ?…….जो साबित हो जाय !
साबित कौन होता है ?……..जिसको लुटेरी सत्ता चाहे !
राजनीति को अपराध का दलदल किसने बनाया ?………काहे शर्माते हो !…..भारत की हर कालिख हर मुसीबत का असल जिम्मेदार तुम्हारा खानदानी गिरोह है !…उसका जिम्मेदार विदेशी बापों का गिरोह हैं !…….अपराध अत्याचार अन्याय कांग्रेस ने बढ़ाया !….भ्रष्टाचार का पालन पोषण तुम्हारी कांग्रेस के बिस्तर पर होता है !
हवाला कांड में कौन अपराधी साबित हुआ ??……..तुम्हारे बाप की सरपरस्ती में नेता गिरोह ने आतंकियों के साथ भारत खाया ,…सीबीआई अदालत ने पचा दिया !……..क्या सच्चा न्यायतंत्र भारत खाऊ राजीव गाँधी एंड कंपनी को आजीवन कैद-ए-बामशक्कत नहीं देता ,…भारत लूटकर काले धन का खजाना भरने वाले को क्या सजा मिलती ,………निरीह सिख कत्ले आम के लिए फांसी कम सजा होती !
इंदिरा गाँधी का भ्रष्टाचार साजिश और लोकहत्या फांसी के काबिल होता !…शास्त्रीजी की साजिशी हत्या के लिए उसे दुबारा जरूर लटकाया जाता !
चर्ची साजिश सोनिया मम्मी की त्यागी महालूटों पर का सजा होती !….गुलाम सत्ता की बनायी मंहगाई की का कीमत होती !……अपने सगे सौतेलों के बेरहम साजिशी क़त्ल पर लाश सूखने तक फांसी पर टांगने का हुकुम होता .!
चंद्रशेखर भगत सुभाष जैसे महान क्रांतिकारियों को बेदर्दी से मिटाने वाले नेहरू गाँधी को हर सजा कम होती !…. सत्ता के शौक में लाखों कत्लों के लिए एक एक बाल नोचकर मारा जाता !….देशद्रोहियों ने बार बार भारत काटा ,…..सफेदपोशी में विदेशी साजिशों के साथ भ्रष्टाचार का सूत्रपात करने वाले नेहरू के टोपी पैजामे को भी सड़ने तक जेल में रखा जाता !…विदेशी दलालों को उनके जहाज की पेंदी में नीचे से बाँधा जाता !……
अय्याश नशेबाज नमकहराम दोगले लालची राक्षस इधर से सस्ते जा सकते हैं ,.. लेकिन उधर सूद ब्याज सहित चुकाना होगा !…..तुम्हारे फैलाए राक्षसत्व का सर्वनाश होगा ….तुम्हारी खानदानी सल्तनत ने सर्वसम्पन्न चरित्रसंपन्न देश में नशा वासना लालच चरित्रहीनता भर दी !….धरती से सुख शान्ति भाग गयी ,….उठाने के नाम पर गिराते रहना तुम्हारी फितरत है !…..अब तुम्हारे दफन होने की बारी है !
तुम्हारी तारीफ़ कर चुके हैं ,….तुम भारत लूट में बड़े साझीदार हो !…हमारे पैंसों पर ऐश अय्याशी करते हो !.. तुमने विदेशी यारों के साथ भारतीय मासूम से सामूहिक बलात्कार भी किया है ,….अन्याय तंत्र में पीडिता का पता ही नहीं चला ,….आवाज उठाने वाले किशोर समरीते को तुम्हारे गुलाम अन्यायी तंत्र ने कैसे दबाया !………तुम अपनी सजा सोचकर खौफ खाओ !…….इंसानियत से बहुत गिरे हो ..ईलिए भयानक खौफ खौफ !…
अंग्रेजों की बनायी राक्षसी व्यवस्था चिट्टे भेड़ियों से भरी है ,….तुम भी वही हो ,..तुम सफेदपोशी के नाटक से भारत नोचने वाले शैतानों के हद से गिरे युवराज हो !……एक नजर से तुम्हारी हालत पगलाए कुत्ते जैसी है !…….तुम कुछ भी ड्रामा नौटंकी कर लो ……सच्चे भारतीय स्वाभिमान को हिला नहीं पाओगे !…भारत का उत्थान रोक नहीं पाओगे !!….
…भारत तुम्हारे बाप दादों की जागीर नही .. हमारा माई बाप है ! ….तुम्हे अपने कुकर्मों की भयानक सजा मिलेगी …….अगर तुम शैतानियत छोड़कर सच्चा पश्चाताप करते ,….गुलाम काले तंत्र को खुद बेनकाब करते !…अपने राक्षसी बापों की भारतद्रोही मानवद्रोही साजिशें अपने काले मुंह से कहते ! …देश से अपने कुकर्मों की सजा मांगते !………तो …. परमपिता कुछ दया कर सकते थे !…… तुम्हारे बहुत गहरे वो खुद बैठे थे ,…वो अब तुझे छोड़ चुके हैं ,…..अंधेरगर्दी के चिट्टे भेडिये भी उनकी योगमाया के अंश हैं !……अगर उनके दिव्य जगत खातिर तुम शैतानियत कुर्बान करते ,..तो…. उनको तरस आ सकता था !…….तुम हमेशा खातिर गुलाम सत्तामलाई से दूर हो जाते ,.. लेकिन उनका महानतम स्वतंत्र सानिध्य मिल सकता था !…
.. लेकिन ,.तुम्हारे तो सब दरवाजे शैतानियत से बंद है ,….तुम डब्बा बंद शैतान हो !……..तुम अंदर तक काले विदेशी बापों की कठपुतली हो ,….. राष्ट्रभक्त परमपिता के पावन धागे से चलते हैं !….वही दुनिया चलाते हैं ,…भारत भूमि से दुनिया रोशन करने का जिम्मा उनका है ,….उनको कोई नहीं रोक सकता है !.. हम अपना कर्तव्य शैतानियत के सत्यानाश तक करेंगे !…..यह उनकी प्रबल इच्छा है !………तेरे गिरोह की हर साजिश धुंवे की तरह उड़ेगी !……उन्होंने आखिरी बार तेरी तरफ बांहे खोली थी !….तू आखिरी मौका भी चूक गया रे शैतान !……..ओ राहुल विन्ची तू खुद को आईने में देख ,…कुछ दिखे तो हमारे पैसों से खरीदी चुल्लू भर बिसलेरी में डूब मर !….वर्ना मरने खातिर कुत्ते का पेशाब भी नसीब न होगा !…… खतम !!..”
मूरखों के खत ने इस महामूरख को कुछ हैरान किया है ,……शायद आप भी होंगे !……इस हैरानी का हल मूरखों के पास जाकर ही मिलेगा ,….पुनः उनके निमंत्रण की बेसब्र प्रतीक्षा है !….पुनः सादर प्रणाम सहित .
वन्देमातरम !
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