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आदरणीय शुभजनों ,…सादर प्रणाम …… मूरख पंचायत का विवरण पहुचाने में रुकावट के लिए ह्रदय से क्षमाप्रार्थी हूँ ,….कल तडके सैर के दौरान पैर अचानक गड्ढे में पड़ गया ,….. हाथ के बल ढेर हो गया ,.. दर्द से लगा कि मामला कुछ गंभीर है ,……एक दिन पहले ही भगवान से प्रत्यक्ष होने का अवसर भी गंवाया था ,….एक्सरे में कलाई की हड्डी थोड़ा सा टूटी निकली ,…इलाज के लिए प्रमाणित देसी डाक्टर के पास जाना ही बेहतर समझा ,…तीन साल पहले बब्बू चाचा की कलाई पूरी टूट गयी थी ,.जो इनके लगभग मुफ्त इलाज से पूरी तरह ठीक हो गए थे ,…. अंग्रेजी डिग्रीधारी डाक्टरों ने आपरेशन द्वारा कृत्रिम हड्डी डालना ही उपाय बताया था ,…एक शुभेक्षु ने बब्बू को लखनऊ सीतापुर मार्ग पर इटौंजा स्थित इस बगैर डिग्री झोलाछाप से मिलने की सलाह दी थी ,…उनकी बिटिया भी छत पर से गिरकर मल्टी फ्रैक्चर का शिकार हुई थी ,…वो भी बड़े अस्पतालों की ख़ाक छानने के बाद यहाँ बिलकुल ठीक हुई थी .
बिना किसी अन्य सलाह सोचविचार के बब्बू के साथ इटौंजा चल पड़ा ,…..लंबे इन्तजार के बाद वहाँ पहुँचा तो पता चला लुटेरे अंग्रेजतंत्र के सीएमओ ने सबको धर लिया है ,…..पारंपरिक अमूल्य ज्ञान से सतत मानव सेवा करने वाले सच्चे चिकित्सक लाचार है ,…रोजाना सैकड़ों गरीब घायलों की सेवा करने वाली जगह वीरान मिली ,…पास मौजूद एक व्यक्ति की सहायता से किसी तरह हम उनसे मिलने में कामयाब हुए ,…उनकी पीड़ा से कलाई की पीड़ा गायब हो गयी ,. सदा हँसाने वाला चेहरा गम में डूबा मिला……पारंपरिक ज्ञान आयुर्वेद से उन्होंने हजारों मरीजों को पीड़ा से मुक्त किया है ,…,…वो शीघ्र दर्द निवारण के लिए अंग्रेजी दवा लेने की अनुमति देते हैं ,….शेष जड़ी बूटी युक्त तेल की सहायता से टूटी उखड़ी हड्डी को कुशलता से अपनी जगह बैठाकर बांस के खपच्चियों से बाँध देते हैं ,…. आवश्यकतानुसार आयुर्वेदिक दवाई खाने पीने की सलाह देते हैं ,… अर्जुन की छाल आदि कई बूटियों का प्रयोग करवाते हैं ,…फीस के नाम पर जो मर्जी जेब में डाल दो ,…कभी नही देखा किसने दस दिया किसने बीस किसने पचास !………..
बातों में उनकी पीड़ा और निकली ,…..पांच छह गाड़ियों के दस्ते ने सीएमओ के नेतृत्व में छापा मारा ,….पहले पता ही नही चला कौन है ,..लाल नीली बत्ती वाले अक्सर इलाज के लिए आते रहते हैं ,…..लगा कोई मरीज लाये होंगे ,….फिर टीवी चैनल वालों ने कारोबार शुरू किया तो पता चला ये तो दरिद्रनारायण की सेवा से कमाई गयी इज्ज़त नीलाम करने आये हैं ,……अवैध प्रैक्टिस के आरोप में मुकदमा पंजीकृत करवा दिया ,…अभी जमानत भी नही मिल सकती है ,..
फिर उन्होंने मेरा हाल पूछा ,…दिखाने बताने पर उन्होंने मेरी कलाई पा तेल लगाया ,…सहला दबाकर ठीक किया ,…बांस की खपच्चियों को पट्टी के अभाव में गमछे की सहायता से बाँध दिया ,..पन्द्रह बीस दिन में ठीक हो जाने का भरोसा दिया ,…रूपये पूछने पर इंकार किया ,..सेवा का प्रतिफल नही दिया जा सकता फिर भी कुछ देना जरूरी था ,..जरूरत पर कोई दर्द निवारक लेने को कहा जो खुले आम बिकती हैं ,…उडद चावल से परहेज और हल्दी मिश्रित दूध से शीघ्र लाभ होना पता चला ,…. किसी दवा की जरूरत तब होती जब हड्डी बिलकुल अलग हो जाती ,….इलाज लेकर वापसी चल पड़ा ,…..
लुटेरे अन्ग्रेजतंत्र को मानवता की परवाह कहाँ ,…अंग्रेजों ने भी सर्वसेवा के मंदिर हमारे गुरुकुलों को इन्ही कानूनों से तहसनहस किया था ,….खद्दरधारी डाकुओं को गरीब भारत भारतीयता भारतीय ज्ञान से क्या लेना देना है ,….समाजवादी गुंडों को अपने खानपान कुर्सी की चिंता है ,….नाफरमानी करने वाले अफसरों को निपटाने के लिए गुंडों का पूरा मंत्रिमंडल है ,….सीएमओ और अन्य अधिकारियों का काम नेताओं के लिए देश खाना है !… फंसने पर मरना उनकी नियति है ,…..मीडिया अफसर के साथ हो तो आम लोगों को समझा देंगे .. करोड़पति डाक्टर ही भगवान हैं ,..ज्ञानमयी सेवा करने वाले देसी झोलाछाप अन्ग्रेजतंत्र के अपराधी हैं ,.भले ही वो मुफ्त में करीब शत प्रतिशत सफलता देते हों ,…डाक्टरों और विदेशी कंपनियों का धंधा रुकता है ,..दलालों को उनकी चिंता ही होगी ….चाटुकार पुलिस प्रशासन सिर्फ जुल्म ढाने के लिए है ,….पंजाब के अरबपति बादलों की काबिल पुलिस ने मात्र शक्ति को सडक पर तार तार किया ,…विभागीय जांच सस्पेंशन की गंगा से नशेड़ी अपने पाप धो लेंगे ,…बड़े बड़े पाप सीबीआई साफ़ कर देती है ,….
सत्ता पर लालची गद्दार राक्षसों का कब्ज़ा है तो इंसानियत के लिए जगह कहाँ होगी ,…. गद्दार नशे में भूल जाते हैं कि विजय सत्य की ही होगी ,…..कांग्रेसमय राजतंत्र का सर्वनाश और भारत का उत्थान इन्तजार में है ,……….जितना विलम्ब होगा अंजाम उतना ही भयानक होगा ,…इनके नामों का तिनका भी नही बचेगा ,…यदि बचा तो पुतले फूंकने के काम आएगा ,…..लुटेरी सत्ताओं का नशा उतारने के लिए गरीब जूतों की कमी नही होगी ,….भगवान की लाठी इनको प्रतिक्षण मौत मांगने को विवश कर देगी ….आक्रोश में फिर भगवान ही याद आये ….
हे भगवान फिर जल्दी मिलो !….अब ठीक से मिलना !……हम जड़ मूरख नही बदलेंगे ,…..तुमको हमें बदलना होगा ,..तुमको अपने नियम भी छोड़ने होंगे ,…..हम हमारे देश के साथ मानवता दांव पर है ……..कितनी बार कहें …. सिर्फ तुम हमारे जिम्मेदार हो !…..टूटी कलाई प्रमाण है कि तुम अपना काम ठीक से करते हो ,….हमें भी तो सिखाओ !…तुमने ही मूरख को अपने साथ जोड़ा है ,……योगिराज भर्तहरी ने लिखा है .. मूरख को ब्रम्हा भी नही समझा सकते !…..परमब्रम्ह से इस लाचारी की अपेक्षा नही है ,..तुम सर्वशक्तिमान हो ,..तुम्हारी सर्वव्यापक सत्ता सब कुछ कर सकती है ,…….मूरख हर बार हर रूप में तुम्हारा स्वागत करता है प्रभु !….. उस लायक तो नही फिरभी तुमको बारबार हरबार हरपल के लिए मिलना होगा ,…मिलना ही होगा प्रभु !
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