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जहाँपनाह ……तोहफा कबूल करो !

हमार देश
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जहाँपनाह नंबर दो से पौने दो बन गए ,….कांग्रेस में फीलगुड मचा है ,…मानो लूट के फरिश्तों ने लुटेरों का छप्पर फाड़ दिया हो ,…गुलाम मंत्री प्रधानमंत्री दलाल कार्यकर्ता सब बधाई के बोझ से दंडवत हैं ,…लेकिन डाकू मम्मी के बेशकीमती आंसू …..उफ़ !…..इससे पहले आतंकवादी की मौत पर निकले थे ,…….बच्चे के प्रमोशन पर भी खुश नहीं हुई ,….बेचारी गधे को झाड़पोंछ कर घोड़ा बनाना चाहती थी ,… लूट के करोड़ों डालर खर्च करके खच्चर भी नहीं बना ,…….खैर !….. दुखदर्द भूलकर ढोल तमाशे फुलझड़ी अनार मिठाई शैम्पेन वाली खुशी पर आता हूँ ,……मूरख लोग जहाँपनाह को तोहफा देना चाहते हैं ,…अब वो ठहरे चमाचम आलीशान इंडिया के एकछत्र जहाँपनाह ,……..हम मिट्टी में सने तुच्छ भिखारी मूरख ….उनको कुछ देना गंभीर हिमाकत है ,..लेकिन मूरख कहाँ मानते तो सबको ह्रदय से प्रणाम करते हुए पेश है मूरख तोहफा .

…………………………

कांग्रेसी जहाँपनाह उर्फ रौल विन्ची उर्फ राहुल गांधी को अज्ञानी मूरखों की राम राम !…….लेकिन तुमको राम से का लेना देना ,….उनका नाम मिटाना तुम्हारी जाब डायरी में है ,………लेकिन भैय्या जी यह क्या ,…जिसकी जेब में पार्टी हो ….लुटेरा सरदार चौखट पर नाक रगड़े …डाकू मंतरी संतरी इशारे का इन्तजार करें …ऊ केवल उपाध्यक्ष बनकर भावुक हो गया ,…. हंसी के साथ हमारे आंसू भी निकल गए ,….. महालूट राक्षसी अत्याचार व्यभिचार पर तुम्हारा शातिर मौन बहुत बता गया ,..तुम जालिम लुटेरे से कम ज्यादा कुछ भी नही हो ! …….खैर ,..तुमने जयपुर में मुह खोल ही दिया ..वाह ..क्या सीन था !…….. भाषण लिखने वाले की पगार जरा बढ़वा देना !….झूठ फरेब साजिश का शातिराना संगम देखकर मूरखों का कलेजा बैठ गया ,…डाकू मम्मी की शराफत देख सुनकर शब्द नहीं मिले .हाय हा हा हाय …….  पालतू गुलामों से ओहदा लेकर जख्मी हिन्दुस्तान पर नमक मिर्च लगाना तुम जैसे भारतद्रोहियों को ही शोभा देता है .

और मम्मी का बोली .. सत्ता जहर है ,…. सच बात है ,…सत्ता खातिर तुम्हारे बाप दादाओं ने भारत को जहर ही जहर दिया है ,….नेहरू चच्चा ने भगत आजाद सुभाष मुखर्जी जैसे भारतपुत्रों को कैसे मिटाया ,…. उस महान भारतद्रोही ने केवल सत्ता के लिए भारत के टुकड़े करवा दिए ,…भयानक कत्लोगारत का गुनाह तुम्हारे सिर है …तुम कभी कभी खुद को कश्मीरी पंडित भी कहते हो !… कांग्रेसी कुकर्मों से वो बेचारे नर्क भोगते हैं ,..स्वर्ग से मारकाट कर भगाए गए मासूम इंसानों पर तुम जैसे शातिर अमरीकी गुलाम का दिल नहीं धड़केगा ,……..तुमने अपनी दादी की मौत का लड्डू भी उछाला है ,…… भैय्या जी उस भ्रष्ट नारी गांधी के कारनामे कैसे भूल गए ,…जिसने अदालत संविधान लोकतंत्र सबकी मैय्यत निकाल दी ,..आतंकी माता का यही होना था ,..किसी चेले चमचे से पूछ लेना कि जहरीली गांधी सत्ता ने का का किया ,….शास्त्री जी को किसने मरवाया ?…शिमला समझौता किसने किया ?..आपातकाल किसने लगाया ?……आजादी का गला किसने घोंटा ?.. पंजाब में जहर किसने फैलाया ?…… साधु संतों को बार बार किसने छला ?……किसी की हत्या अमानुषी काम है ,…तुम्हारे बाप ने हजारों निर्मम हत्याओं को जायज बताया था ,….निर्दोषों के छुट्टा हत्यारे तुम्हारे गले में माला डालते हैं ,……तुम्हे अपने खून का दर्द ही दिखता है ,…हिन्दुस्तानी जवानों की शाहदत भी तुम्हारे लिए मजाक है ,…नेहरू से सोनियागुलाम मनमोहन तक ने निर्ममता से भारतीय सिर कटाए ,……तुमने बार बार हमारे रक्त से अपनी यशगाथा लिखने का भद्दा मजाक किया है ,…….पैंसठ सालों के साजिशी लूटराज में कितने हिन्दुस्तानी कीड़े मकोडों की तरह मर गए  ,..करोड़ों भारतपुत्रों की जिंदगी भारी हो गयी ,….लेकिन तुम कहते हो कि पप्पा कम्प्यूटर लाये ,…मोबाइल लाये ,….बैंक सरकारी बनाए !……हम कब न करते हैं ,…पूरी दुनिया में कम्प्यूटर मोबाईल बैंक नहीं हैं ,…लेकिन हर सड़क पर वसूली नहीं है ,……वैसे गांधियों के आविष्कार को मूरखों का सलाम है ,…….लेकिन यह भी बता देते कि सोने की चिड़िया देश काहे गरीबी भुखमरी की जलालत झेलता है ,.मंहगाई किसकी देन है ,..विदेशी दलाल कौन हैं …आतंकवाद नक्सलवाद कौन लाया ,…रिश्वतखोरी मिलावटखोरी कौन लाया ,…गाँव किसान किसने उजाड़े …एक ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह पांच हजार विदेशी कंपनी कौन लाया !….लाखों करोड़ों महान शहीदों का अपमान कौन करता है ,…..महान राष्ट्र ,महान धर्म, महान संस्कृति ,महान संस्कृत का दुश्मन कौन है ,…..चलो हम बताते हैं ,…तुम और तुम्हारे बाप दादे हैं ….कांग्रेस का काम देश लूटकर गुलाम बनाना है ,……….तुम तो वालमार्ट के दलाल भी हो ,…  फिरी में राक्षसी पूँजीवाद की हिमायत नहीं होती ,……सीधे हिस्सेदारी हो तो बता देना ,….तुम्हारे लिए इस देश के किसान मजदूर व्यापारी उद्दमी कुर्बान हो जायेंगे ,………और हाँ !.. कांग्रेसी गुणसूत्र पूरी दुनिया जानती है ,…तुम अपना शोध करा लेते तो भी अच्छा होगा …..

वैसे तुम्हारी एक बात जमी …..आशा विश्वास संकल्प जैसे जुमले और परिवर्तन की बात सुनकर मजा आया ,… हंसी का दौरा भी पड़ा ,…..टोपी घुमा बदलकर लूट के संकल्प को भी सलाम है ,….भ्रष्टाचार से लड़ते लड़ते आधा देश तो खा गए ,…..बाकी बचा भी पचा लोगे तो क्या बिगडेगा ,…..जबतक सत्ता तुम्हारे हाथ है तब तक तुम्हारी तिजोरियां महफूज हैं ,..तुम्हारा कुछ नहीं बिगडेगा ,…जांच कानून अदालत संविधान सब तुम्हारा गुलाम है ..

भैय्या ,.तुमको आम आवाज की बडी परवाह है ,….भैय्या जरा मैय्या से पूछना … हमारे हक की आवाज उठाने वाले स्वामीजी को मारने का पिलान किस किसका था ,.तुम भी तो रहे होगे …..वैसे तुम्हारी शातिर मासूमियत पर हम कुर्बान है ,…लुटेरे बापों की डाकू औलादें व्यवस्था परिवर्तन लाएंगी …हा हा हा हा हा हा ,…….आम आदमी तुम्हारे इशारे पर फिर डुग्गी बजायेगा ,….अपने गुनाहगारों को हम मालिक बनायेंगे … तुम जैसे राक्षसी रजवाड़े हमारे खूनमांस की दावत उडायेंगे …कांग्रेसी नाली में मूरख देश गिरा तो विषैले दलदल को गंगा से गहरा बता दिया !……वाह भई ,..तुम्हारी शैतानियत पर शैतान भी साल्सा नाचेगा .

अब हमारी बात ध्यान से सुनो !…….वैसे तो तुम्हारे गुणसूत्र पर कौनो शक सुबहा नही है ,….अगर एकै है तो सही सही बताओ ,….तुम्हारे नामी बेनामी खातों में हमारी कितनी संपदा जमा है ,…चलो तुमको इतनी गिनती कहाँ आती होगी ,..अच्छा जून ग्यारह में मैय्या दीदी जीजा निजी लेखाकारों के साथ कहाँ गए थे ,.कितना माल स्विट्जरलैंड में इधर उधर किया ,…..तुम्हारी अमरीका से का सेटिंग है ,…मैय्या ने इलाज के नाम पर क्या गुल खिलाया ,..बेकार रहने वाले गांधी कैसे दुनिया की अमीरी चोटी छू गए ….तुम्हारा असली मालिक सामंतवादी वेटिकन चर्च का चाहता है ,…..कितने आतंकी तुम्हारे बाप दादा हैं ,…काहे तुम्हारे चेले चमचे उनको पिता समान इज्ज़त देते हैं ,…….भारतपुत्रों से निर्ममता करने वाली कांग्रेस कितने पाकिस्तान बनाना चाहती है ,… हिंदुत्व को बदनाम करके तुम क्या करना चाहते हो ,….देशद्रोही लुटेरी कांग्रेस किस मुह से संघ जैसे महानतम राष्ट्रभक्त संगठन पर ऊँगली उठाने का साहस करती है ,…आतंक के साथी क्यों बेक़सूर साध्वी पर शैतानी जुल्मोसितम करवाते हैं  …..तुम्हारे दो कौड़ी के गुलाम मंत्री पवित्र भगवा पर कीचड क्यों उछालते हैं ,…तुम्हारी क्या क्या साजिशें हैं ,..

चलो सीधा सीधा कहते हैं ,..अगर एक बाप की औलाद हो यही बतादो … गुलाममोहन कुत्ते बिल्ली के नाम से विदेशीपूंजी कहकर निवेश लाये हैं ..ऊ किस किसका है ,…कितनी दाऊद इब्राहीम की ….हाफिज सईद की ,…. कितनी तुम्हारे खानदान की है … और कितने पक्षी विपक्षी गुलाम भेडिये तुम्हारे साथ हैं ,..कितने पालतू आदमखोर बुद्धिजीवी अधिकारी दलाल हैं ,..तुम्हारा गिरोह कितना बड़ा है जो पूरे भारत का धन धर्म सुख शान्ति सुरक्षा खा गया है .

वैसे तो हम सब जानते हैं ,…सच बोलना तुम्हारी औकात से बाहर है ,..तुम शराफत के लबादे तले भयानक राक्षस हो !…..हम अपने शब्द तुम पर नहीं खर्चना चाहते थे ,…..लेकिन का करें भैय्या,. आदत जल्दी छूटती नहीं ….तो फिर सुन लो …तुम हिंदी हिन्दू हिदुस्तान के दुश्मन हो !…तुम मुसलमान के अस्तीनी सांप भी हो …..तुम हमारे बीच झगडा करवाकर हमारा रक्तपान चाहते हो …. तुम सत्ता और हमारे माल के चाहवान भारतद्रोही राक्षस हो !……..हिन्दुस्तान तुम्हारी जागीर नहीं है ,…जो बलात्कार करके बचते रहोगे !……तुमने हमारी भावनाओं से खेलकर हमको मूरख बनाया है ,…पिछवाड़े गांधी लटकाकर हमें लूटा है ….कभी बैल कभी गाय बछड़ा चुनाव निशान लेकर अनपढ़ किसानों को मूरख बनाया ,..कभी अपने खूनी कारनामों पर हुई मौतों को भुनाया ,..तुमने सत्ता के लिए अपनों का खून भी बहाया है ,…. अब खूनी कांग्रेसी पंजे से हमारा गला घोंटा ….तुम इस देश के गुनहगार गद्दार हो ,……हम मूरख सही लेकिन हमारे बीज बहुतै बलशाली हैं ,…हमारी अनपढ़ माताएं ध्रुव प्रहलाद की कथाएं ऐसे नहीं सुनाती हैं ,….. पालतू जयचंदों के बल पर गजनवी का राक्षस राज नहीं चलेगा ,……..तुम्हारे साथ धन दौलत सत्ता पुलिस अदालत जयचंद और विदेशी हैं तो हमारे पास हम हैं ,..हमारी दृढ नैतिक सभ्यता संस्कार हैं ,.. हमारी भारतमाता है,..हमारी मातशक्ति है ,…हमारा प्रेममयी स्वर्णिम अतीत है ,…हमारे अनेकों महापुरुषों की अथाह प्रेरणा है ,….हमारा अटूट विश्वास है ,…हमारा संकल्प है ….,…सर्वत्र हमारे भगवान हैं !….

फिरी की नेक सलाह है .. भाग ही लो … मजे में रहोगे ,…वर्ना देश लुटेरों को लालकिले पर उल्टा लटकाना चाहता है ,……. गांधियों की मगरमच्छी शराफत से इंसानियत कब से शर्मशार है … फिर रावण की जगह तुम्हारे पुतला दहन का फैशन जरूर आएगा …..क्षमा दया जैसे महान शब्द बहुत छोटे हो जायेंगे .

राम !……वन्देमातरम !

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