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मूरखमंच …भारत देश हमारा !

हमार देश
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आज्ञाकारी बालक की तरह राजू ऊंची आवाज में पढ़ने लगा .

“…भारत देश

…युगों पुराना भारत सोने की चिड़िया है ,…हमारे पास भगवान का दिया सबकुछ है ,…कुदरत के सतरंगी नज़ारे ,..वर्ष भर सूर्य किरणे …..वर्षा, सर्दी ,बसंत,गर्मी की आवाजाही में फलती फूलती अनगिनत जड़ी बूटियाँ अन्न फल फूल औषधि रस रसायन हैं ,……विविधता भरे विशाल देश में अनमोल जैव विविधता है ,…जैसे चौरासी लाख योनियाँ यहीं हों ….संपन्न विशाल सागर,..ऊंचे समृद्ध पहाड़ ,.पठार ..अत्यंत उपजाऊ जमीनें ,…अमृतदायिनी नदियाँ ,….मालामाल जंगल ,…धरती माता के गर्भ में मीठा जल और अनमोल खनिज रत्न हैं ,…… सबसे कीमती हमारी ज्ञानवान सभ्यता है ,.धर्मपूर्वक सभी सुख भोगने की सनातन परम्परा है ,….भारतीय सभ्यता ईश्वररूप नवजात को सच्चा मानव बनाकर परमेश्वर से मिलन की राह दिखाती हैं ,… मानव जाति को रास्ता दिखाने खातिर खुद भगवान ने यहाँ अवतार लिया है ,…भगवान राम कृष्ण के निशान बहुत दुनिया में हैं ,…. मानने वाली पूरी दुनिया है …भगवतभक्त अनेकों संत महात्मा महापुरुषों ने हमको दिशा दिखाई है ,..हम युगों युगों से विश्व को ज्ञान दे रहे हैं ..

युगों तक स्वर्णिम काल के बाद सदियों से हम लुटेरों के शिकार हैं ,… गजनी बाबर जैसों ने जमकर लूटा ,…निर्मम मुगलिया सल्तनतें सदियों तक हमारा धन धर्म संस्कार खाती रही ,.हमको मिटाने के हर संभव प्रयास किये गए ,..लेकिन क्षत्रपति शिवाजी,. महाराणा प्रताप, गुरु गोविन्द सिंह जैसे अनेकों योद्धा महापुरुषों ने उनके मंसूबे फेल किये ,….अनेकों बार इतिहास के पन्ने खून से लथपथ हुए लेकिन लुटेरों को पूरी सफलता नहीं मिली,..फिर भी उन्होंने बहुत गहरे घाव दिए ,……

उनके बाद व्यापारियों के भेष में आये शातिर अंग्रेजों ने और खौफनाक जाल बनाया !….छल कपट से रियासतें कब्जाते हुए पूरा देश कब्ज़ा लिया ,….पहले स्वतंत्रता संग्राम में क्रूर अंग्रेजों ने हमारे खून की नदियाँ बहाई ,..फिर भारत पर पक्के कब्जे खातिर अंगेजी जाल बनाया ,…. लार्ड मैकाले जैसे गोरे विद्वानों को देखसुन कर साजिश बनाने का जिम्मा मिला ,…पूरा देश घूमने के बाद उन्होंने लिखा ,.. हिन्दुस्तान में अनपढ़ गरीब बीमार चोर बेईमान अनैतिक अपराधी नहीं हैं ,……. कारण भारतीय व्यवस्था और शिक्षा संस्कार मिले !….बचपन से परिवारी समाजी इंसानी मूल्य भरे जाते थे ,…..हर बस्ती में स्वतंत्र गुरुकुलों में सबको उन्नत संस्कारी शिक्षा मिलती थी ,…योग प्राणायाम शिक्षा का हिस्सा था ,……गाँव नगर सभाएं व्यवस्था चलाती थी ,.. ….राजा हुकुमरान भी जनता के खिलाफ नहीं जाते थे ,…जनता उद्दमी कर्मठ और देश उन्नत उद्दमों से मालामाल था ,.. दुनिया में सुनहरी चमक फैलाने वाले भारत की सम्पन्नता का आधार गाँवों का आत्मनिर्भर और निर्याती होना था !….गाँव गौ माता से संपन्न थे !…..

शातिर अंग्रेजों ने गौकशी शुरू करवाई ,…एक तीर से दो शिकार हुए ,…गोरी फ़ौज के पेट में स्वास्थ्य और सम्पन्नता जाने लगी ,.दूसरा हिन्दू मुसलमान में गहरी फूट से राज करना आसान हुआ ,….उनका गणित लगा कि पक्के कब्जे खातिर स्वस्थ भारतीय दिमाग में कचरा भरना होगा ,..जब भारतीय अपनी भाषा शिक्षा सेवा तकनीक उद्योग सामान सबकुछ दोयम मानेंगे तब गुलामी पक्की होगी !……..

साजिशों को अमलीजामा पहनाते हुए अंग्रेजी कलेक्टरी राज चालू हुआ !…गाँव नगर सभाएं गैरकानूनी बन गए ,.उद्योग मिटाकर देश विदेशी सामान से भर दिया !…. गुरुओं को मार भगाया ,… अंग्रेजी स्कूल खोले !…..नतीजे में बहुतेरी जनता अनपढ़ बेकार होने लगी ,……… नियम कानून हमें चूसने खातिर बने ,..फूट डालकर राज की कला निकाली गयी …. गौकशी से हिन्दू मुसलमान भिड़ने लगे ,…जातियों में गहरी खाई डालने के लिए मैला ढोने जैसी प्रथाएँ शुरू करवाकर एक दूसरे के खिलाफ भड़काने का काम किया ,…शिक्षा उद्योग समाज बर्बाद करते हुए क्रूर अंग्रेजी राज हिन्दुस्तान खाता रहा !…..लाचार रजवाड़े नबाबी सामंती गुलामी के आनंद में डूब गयी !……पूरा देश समाज अन्याय अधर्म में जकडने लगा ,….न्यायप्रिय विद्वानों की जगह बैरिस्टरी का बोलबाला हो गया !…….नैतिक समाज में अनैतिकता अनाचार फैलने लगा ,..

स्वामी विवेकानंद ,स्वामी दयानंद, महर्षि अरविन्द जैसे महान धर्मपुरुषों का अवतार हुआ ,..उनके क़दमों पर चलने वाले अनेकों महापुरुष आगे आये ,…. समाज को शिक्षित करते हुए उन्होंने आजादी का बिगुल फूंका !……..अंग्रेज भारतीय संस्कारों की ताकत से वाकिफ थे ,….वो जानते थे कि अगर सोये संस्कार पूरा जाग गए तो सब साजिशें बेकार हो जायेंगी !….क्रूर दमन के साथ उन्होंने मानवता के मुखौटे में एक और साजिश कांग्रेस पार्टी बनायी !….तमाम राष्ट्रभक्त उनकी साजिश में फंस गए ,….. अंग्रेजों ने अपने चाटुकारों को बढ़ाना शुरू किया ,.गांधीजी का उदय हुआ ,.. उनके पीछे नेहरू जिन्ना भी उपजे ,…अंग्रेज एक तरफ हिन्दू मुस्लिम और जातिभेद की आग में घी डालते रहे ,..तो दूसरी तरफ अपने लोगों को धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मंडित करते रहे ,….अंग्रेज चाटुकारों ने सच्चे देशभक्तों पर बेपनाह जुल्म ज्यादतियां करवाई ,…भगत बिस्मिल आजाद सुभाष जैसे अनेकों महान भारतपुत्र भारतमाता के लिए लुटेरों की साजिश का शिकार हुए !………हमें अंग्रेजी डोरी पावर से घूमने चमकने वालों को अपना सूरज मानना पड़ा !…..

आजाद हिंद फ़ौज के दहकते ज्वालामुखी की तपिश गोरों को झुलसा चुकी थी !…….तब अंग्रेजों ने अगली साजिश का फैसला किया ,..दुनिया में अमेरिकी डंका बज चुका था ,.अमेरिका ब्रिटेन ने फैसला किया … कठपुतली सत्ता गुलाम नेहरू को देना ज्यादा मुफीद होगा ,…भारत हमेशा उनकी इंडिया का गुलाम होगा !….  साथ ही कुछ और विषबीज डालने चाहिए जिससे कि यह देश कभी अपने पैरों पर न खड़ा हो !……….अंग्रेजों के रचे जिन्ना गांधी नेहरू के खेल में राष्ट्र खून से सराबोर किया गया ,…..धन ज्ञान संस्कृति हीन राष्ट्र निर्ममता से दो टुकड़ों में बंट गया !……गांधीजी को बाप बनाकर अंग्रेज चच्चा उर्फ जवाहर लाल नेहरू कर्णधार बने !……..बचा खुचा धन संस्कार खाने खिलाने और पक्की अंग्रेजी गुलामी की शपथ के बाद उन्होंने कतरनी संविधान की कसम खायी !……

.अभी तक सरदार पटेल ,श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे राष्ट्रभक्त उन शरीफ भेड़ियों के रास्ते में थे !….सरदार के जिम्मे कश्मीर न देकर भारत मुकुट को नासूर बनाया गया ,….देश पर चच्चा और कांग्रेस के जख्मों से अद्भुत पुरुषार्थी लौहपुरुष स्वाभाविक पीड़ा में डूबकर मुक्ति पा गए !…..फिर अखंड भारत की राह बताने वाले श्यामाप्रसाद जी की हत्या करवाई गयी !… अनेकों व्यक्ति महापुरुष इनकी साजिशों का शिकार हुए ,….तब शुरू हुआ निष्कंटक नेहरू लूटराज ……. भ्रष्टाचार कांग्रेसी आत्मा है ,..चच्चा ने बेशर्म भ्रष्टाचार का सूत्रधार किया ,…अंग्रेजन माशूका के डाकिये रक्षादलाल को रक्षामंत्री पद से नवाजा गया !………..देश को विश्वबैंक की जेब से होकर अमेरिकी हाथों में सौंपा गया ,..निरपेक्षता का ढकोसला जमकर चला ,.. ढकोसले के चक्कर में चीन हमारी लाखों मील पवित्र जमीन हड़प गया ,…..लेकिन लटकों झटकों वाले साजिशी कांगेसराज का बाल नहीं बांका हुआ ,…..कहानी सबको पता है ,..पूरी लिखें तो बहुतै लंबी होगी ,…बस देश देशद्रोही खानदान के साजिशी दवाखाने में भरती हो गया ,..बीमारी वहीँ से इलाज के नाम पर अंगभंग भी वहीँ पर !……

नेहरू चच्चा की गांधी पुत्री महान राष्ट्रभक्त शास्त्री जी को मरवाकर परधान बनी ,……..रूस से मिलीभगत थी ,.. शीतयद्ध में दोनों ताकतों के बीच खेलती झूलती रही ,…इसी झोलझाल में वेटिकन चर्च की महासाजिश सोनिया गांधी दवाखाने की भावी मालकिन बन गयी ,……..भ्रष्टों के कारनामों पर हम ताली ही बजाते रहे ,…भ्रष्टाचार अहंकार अत्याचार एकसार हो गया ..आम आदमी खातिर आवाज उठाने वाले बाप के साथी तक नहीं बक्शा ,….लाखों भारतपुत्रों की आहुति के बाद मिले बोलने लिखने चुनने का अधिकार कुचल दिया गया ,..चांडाल मंडली ने राष्ट्र पर खौफनाक अत्याचार किये ,…सबकुछ देखकर भी हम उनकी साजिशों में फंसे रहे ,…कारण हमारा अज्ञानी होना रहा ,…अत्याचारियों ने अपनी मौतों को शाहदत साबित कर दिया ,..भावना से खेलकर महान देश और महान शहीदों के गुनहगार राज करते रहे ! ..

आज हम तड़प रहे हैं ,..लुटेरी अंग्रेजी व्यवस्था भारतीय मानवता खाती है ,……महालुटेरी सोनिया गांधी की गुलाम सत्ता विश्व इतिहास की सबसे बड़ी गुलाम सत्ता है ,….भारत के खिलाफ सदियों की साजिश पूरी करने का ठेका दलाल गांधियों का है ,..ये राम कृष्ण को कल्पना बताते हैं ,…अमरीका खातिर महानतम रचना रामसेतु तोड़ने की साजिशें हैं ,……हम गरीबी मंहगाई बेकारी भूख बीमारी नशे घिनौने अपराधों से बेदम हैं !….सरकार को लूटने छिपाने से फुर्सत नहीं है ,……देशभक्तों के खिलाफ और भयानक साजिशें रचने से एक पल की छुट्टी नहीं है ,…..पीड़ा से कराहते देश में घड़ी घड़ी माताओं बहनों की इज्ज़त दरिंदे लूटते हैं ,..हम भारतीय शिक्षा संस्कार से लगातार दूर हो रहे हैं ,..भारतीय आयुर्वेद योग प्राणायाम विदेशी अपनाते हैं ,….हम उनके कचरे के दीवाने हैं ,….अंग्रेजों के विषबीजों से हम अचेतन जैसे है ,….अपनी तकलीफ देखें कि देश की !……..आतंकवाद नक्सलवाद अन्दरूनी खतरे नहीं रहे ,…..विदेशी ताकतों ने हमें चारों तरफ से घेरा है ,…हिन्दुस्तान चीन अमेरिका के फंदे में फंसा है ,…. पडोसी देश हमारे साथी नहीं रहे ,….. आतंक के पनाहगारों की खातिरदारी हमारी सत्ताएं चुपके से जमीन देकर करती हैं ,..देश में आतंकियों को सुरक्षित पनाह मिलती है ,..अलगाववादी बीज कांग्रेसी कुनबे का ब्रम्हास्त्र है !..धर्मीं तुष्टीकरण आरक्षण से गद्दार और पाकिस्तान बनाना चाहते हैं ,…विदेशियों की दलाल कांग्रेस लुटेरों आतंकवादियों की रहनुमा है ,..अमेरिका और वेटिकन चर्च के इशारे पर भारत बर्बाद करता सोनिया परिवार सबसे बड़ा देशद्रोही है ,……. सरकार और राजनीति देशद्रोही लुटेरों की गुलाम है ,..मंत्री परधान संतरी पक्षी विपक्षी बिचौलिया कुत्ते बिल्ली सब उनके पालतू हैं ,……

नईदिल्ली वाले लुटेरे गिरोह का सौ दिन में मंहगाई घटाने का वादा मजबूत निकला …लुटेरों के राज में आम आदमी अट्ठाईस रूपये में खापी नहाधोकर चैन से अमीरी नींद सोता है ,…मंहगाई के मारे मंत्री अफसर लोग एक टाइम में आठ हजार के अन्नजल से गुजारा करते हैं ,फिर निकालने के लिए पैंतीस लाख का संडास चाहिए !…. हमारा सैकड़ों लाख करोड़ काला धन हजम किये लुटेरों को बचाने के लिए नकद सब्सिडी की साजिशी भीख डाली है ,……इनकी साजिश कामयाब हुई तो सबकुछ लूटने वाले नकद की जगह डीजल सौ रूपये में देंगे ,… शक्कर सौ गेंहू तीस में देंगे !!…..लेकिन खयाली पुलाव खयाली ही रहेगा ,…..देश अब दरिंदों के हवाले नहीं रहेगा !……मूर्छित देश जाग चुका है ,….ईश्वरीय राष्ट्रपुत्रों ने हमें जगाया है ,….सब आगे जागते जगाते जायेंगे!…. अंधेर राज में उजाला भी है ,…….हमारे लाखों देशभक्तों की कुर्बानी से हमें वोट का हक मिला है ,..ईशपुत्र भारतीय मानव एक होकर अपने पूर्वजों शहीदों के सपने पूरा कर इतिहास बनायेंगे !.. ..हमारा काला धन आएगा ,..व्यवस्था बदलेगी … हर आदमी सुखी सुरक्षित होगा ,….. गरीबी इतिहास बनेगी ,..हमारी बर्बादी के जिम्मेदार शरीफ भेड़ियों को मिट्टी में मिलाना हमारा धर्म है …… राक्षसों का अहंकार हमारी मूरखता से है ,…इसे मिटाकर हम उनको मिटायेंगे !..

घायल भारत के शेर भयानक पलटवार करेंगे ,…लुटेरे आदमखोरों को भागने का रास्ता नहीं मिलेगा ,………..हमारी असली चुनौती इनकी पैदा की बीमारियाँ मिटाना होगा ,…..बिखरे समाज को एकसाथ आना है ….राक्षसी अंग्रेज व्यवस्था मिटाकर न्यायपूर्ण समतावादी संपन्न भारतीय व्यवस्था बनाना होगा ,…..सामाजिक मानसिक पतन को उत्थानमार्ग देना होगा !…..अधर्मियों की साजिशी अशांति को धर्मपूर्ण शान्ति में बदलना होगा !………आने वाला समय नवनिर्माण का है ,…..ईश्वर हमसे आत्म समाज राष्ट्र निर्माण चाहते हैं ,……कर्तव्य के बदले हमें सबकुछ मिलेगा ,..राम कृष्ण शिव शक्ति की सच्ची पूजा करने वाले हमारे महान पूर्वज सुखी संपन्न नैतिक ज्ञानवान भक्तिवान थे ,..हम उनका ही अंश है ,…….वास्तव में जन्म जन्मांतर से हम ही आते जाते हैं ,…. सब ईश्वर ही हैं ,…….हम तुम की लड़ाई खतमकर ईशभक्त हिंदुस्तान पूंजीवादी राक्षसों से अपना हक वसूलेगा !…….हम फिर सुखी संपन्न महाशक्ति विश्वगुरु भारत बनायेंगे !………………”…….पढकर राजू ने कागज वापस किया तो पीड़ित चेहरों पर फिर उत्साह विश्वास चमकने लगा  ………क्रमशः

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