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आदरणीय मित्रों ,.बहनों एवं गुरुजनों ,..सादर प्रणाम ……कम उपस्थिति के साथ मूरख मंच फिर जमा है ,..आइये उनके पास ही चलते हैं ,..
“..देखो भैय्या ,..माया मुलायम ने असली रंग दिखा दिया ,….नाम जपते हैं ,.दलित किसान का.. काम ..विदेशी वालमार्ट का !….ई कांग्रेस से कम गद्दार नहीं हैं !.”…….पुल्लू ने शुरुआत की .
“..कौन कहा ..ई कांग्रेस से कम हैं ,..उनकी ही कठपुतली हैं ,…जयचंद इनसे कम दोगला रहा होगा !…..मुलायमा कहता है कि ई पार्टी का फैसला था ,..तो भाषण देवलोक से आया था ,..और पार्टी किसकी जेब में है !….ई हरामखोर नेता देश बर्बाद करके ही मानेंगे !..”…………रहमान भाई ने अपना गुस्सा निकाला .
“..ऐसा है भैय्या !….जनता को मूरख गुलाम समझते हैं ,….नेताओं ने मिलकर देश लूटा हैं ,…गुलाम भी मिलकर बनायेंगे ,…..राष्ट्रद्रोहियों को भयानक सजा मिलेगी ,…..धरतीबोझ मुलायम के पाप उसको खायेंगे ,…साम्प्रदायिकता के नाम पर कमीनों का देशद्रोह माफ नहीं होगा !… मुसलमानों की माला जपकर उनको भी गधा बनाते हैं ,…हिन्दू का खून इनको हमेशा स्वाद लगता है ,.. ये हिन्दुस्तान के गुनाहगार हैं ,…का मुसलमान किसान मजदूर व्यापारी नहीं हैं !…..”….आसरे काका ने प्रश्न के साथ बात खतम की तो नन्हे तमका
“..भाड़ में गए किसान मजदूर मुसलमान हिन्दू !……इनको किसी से का लेना देना है ,..मुलायम ने इतना खाया कि गर्दन सीबीआई के फंदे में है !……माया का एक केस खतम करवाया है ,…. दवाई घोटाले का खजाना सोनिया माया की साझीदारी में है ,….राजदार अधिकारी कर्मचारी निपटा दिए गए ,..अब दिल्ली में बंगला जमीन भी मिलेगी ,.सीबीआई भी गुलदस्ता भेजेगी ,…दलित गए चूल्हे में !….”…………….पुल्लू ने थूकते हुए अपनी बात खत्म की .
“…ई ससुरे दोमुहे सांप नहीं दोमुहे मगरमच्छ हैं ,..खुदै कहते हैं कि विदेशी किराना देश खातिर खतरा है फिर खुदै लाते हैं ,..सुषमा स्वराज ने जोरदार ढंग से विदेशी सरकार को नंगा किया ,..कांग्रेस लल्लू के अलावा सबने खतरा बताया ,..ई संसद नहीं डकैतों का अड्डा है !..देश लूटने के साथ चर्चे के खर्चे से विदेशी मालामाल होते हैं !..हम कंगाल !.”………………….रहमान भाई फिर बिफरे .
“..भाषणबाजी में दोनों काम हो गए ,….लूट ,भ्रष्टाचार पीछे हो गया ,..मनोरंजन करते हुए गद्दार गांधियों का दलाली हक पूरा हुआ ,..अमेरिका खुश तो सब हरियाली है ,……काहे नहीं कौनो सांसद ने पूछा कि जो बीस लाख करोड़ का विदेशी निवेश लाये हैं ऊ किसका है !…”…………….चन्द्रिका उबला तो आसरे काका फिर आगे आये .
“…ऊ बताएँगे तो सब नंगे नहीं होंगे ,.. गांधियों वाड्राओं के दलाल हमारा माल कुत्ते बिल्ली के नाम से लाये है … सब सेटिंग से काम हुआ है ,..देश भी बिक जाय और शोर भी न मचे ,…सब जानते हैं कि वालमार्ट से सबका नुक्सान है ,….रोजगार मिटेंगे ,…व्यापारी बिकेंगे ,…किसान मजदूर गुलामी करेंगे ,….!”………………आखिर में मिलन तैश में बोला .
वन्देमातरम!
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