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आदरणीय मित्रों बहनों एवं गुरुजनों ,..सादर प्रणाम …..आज यात्रा के दौरान भीखू चाचा की कापी उलट पलट रहा था ,…तमाम विषयों पर उनके विचार पढकर अच्छा लगा ,..आखिर में लिखी मूरखपाती ने ज्यादा प्रभावित किया ,. आप सबसे तथा भीखू चाचा से क्षमा प्रार्थना करते हुए इसे पहले प्रस्तुत कर रहा हूँ .
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आदरणीय देशवासियों को मूरख भीखू का सादर परनाम !
कहने को कुछ नया नहीं है ,…देश के मौजूदा हालात सब जानते हैं ,..लुटेरी व्यवस्था में नेताओं पूंजीपतियों अपराधियों का गठजोड़ राक्षसराज चलाता है ,….लुटेरी सत्ता हिन्दुस्तान बर्बाद करने पर तुली है ,..शासन सत्ता शिक्षा स्वास्थ विकास सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है ,..राक्षसी लूटों से पनपी मंहगाई इंसानियत निगल रही है ,..भूख से सिकुड़े और ठण्ड से कांपते गरीबों को विदेशी गांधी लोग विदेशी पुलाव के सपनों से मालामाल कर रहे हैं …अमेरिकी गुलाम मनमोहन सिंह डाकू हसीना और शातिर युवराज युवरानी की चरणरज पाकर महान गुरुओं की बलिदानों को श्रद्धांजलि दे चुका है ,..वैसे तो कालाधन ,लूट ,भ्रष्टाचार ,मंहगाई पर गद्दार गांधियों की तरह मौन ही महामंत्र है ,…..लेकिन अमेरिकी और चोर खानदान के हितों पर ‘पगड़ी संभाल जट्टा’ के अंदाज में ताल ठोंकता है ,… दिल से एकै आवाज आती है ,…गुलाम हो तो ऐसा !……कल अमेरिका गुलाममोहन नोबुल दे तो अचरज नहीं होगा ,… बर्बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था को हिन्दुस्तानी गरीबों का खून चढाने वालों का पुतला वाशिंगटन में लगना चाहिए ,…..वाशिंगटन का नाम गांधीमोहनटन रख दें तो भी कम होगा .
खैर ,..वापस हिन्दुस्तान आते हैं ,…देशद्रोही नेहरू गांधी कुनबे की सरपरस्ती में गद्दार नेताओं पूंजीपतियों और अफसरों ने पैंसठ सालों में जमकर हमें लूटा है ,…इतना माल अंग्रेजों के जहाजी बेड़े सैकड़ों साल में नहीं ले जा पाए!…..काले धन के रूप में विदेशों में करीब चार सौ लाख करोड़ रूपये और इससे दोगुना हिन्दुस्तान में गद्दारों ने दबाया है ,..लिखने को चार शब्द हैं ,…हजार लाख करोड़ रूपये!!…1000,000000,00000000….बप्पा रे !….एक के आगे सत्रह बिंदी ….सवा सौ करोड़ में बांटे तो हर एक जेब से अस्सी लाख रुपयों की लूट !!…. इतने दिलदार नागरिक हिन्दुस्तान के ही हो सकते हैं ,…लेकिन जरूरत से ज्यादा दिलदारी नपुंसक भी बनाती है ,..
इस लूटतंत्र के कारण आधा देश नक्सली हिंसा की चपेट में हैं ,….दो तिहाई जनता भूखी नंगी है ,….तीन चौथाई को मूल सुविधाएँ नहीं हैं ,…और सौ फीसदी लोग भयानक खतरे में हैं ,…लाखों किसानों ने सम्मान बचाने खातिर आत्महत्या कर ली ,….रोज सैकड़ों लोग बेबसी में सड़क किनारे दम तोड़ते हैं ,…पढ़े लिखे नौजवान बेरोजगारी में नशों और अपराध की गिरफ्त में हैं ,…. इंडिया-भारत के बीच इजराइल-फिलिस्तीन जैसा माहौल बन सकता है ,.पश्चिमी दुष्प्रभावों ,..खेतों के रास्ते हाइब्रिड रासायनिक भोजन ,.जहरीली दवाओं और विनाशकारी प्रदूषण से बीमारियाँ बढ़ती जा रही हैं . .
आम आदमी की कौन सुने भ्रष्टाचार से भ्रष्टाचारी भी तंग हैं ,…. कप्तान कलेक्टर ऊपर चढावा पहुंचाकर मालदार कुर्सी लेते हैं ,…सीधा हिसाब है जितनी मालदार कुर्सी उतनी मोटी थैली !…..बने रहने खातिर बाकायदा हफ्ता पहुँचता है ,….नीचे के अधिकारी बाबू इन्स्पेक्टर सिपाही हमारा खून चूसकर थैली भरते हैं ,…..जज मुंशी वकील लोग अन्याय का धंधा चलाते हैं ,….विकास के नाम पर ऐसी बंदरबांट है कि बन्दर भी शर्माकर डूब मरे ..वो भी बिना पानी के !..
इनकी लूट नयी बात नही है ,…अंग्रेजों की खूनी विरासत संभालने वाले नेहरू से लूटतंत्र का श्रीगणेश हो गया था ,….हमको तो लगता है कि उसमें विदेशियों का कमीना खून जरूर था ,..चाहे एडविना मैडम से दान लिया हो ,…नेताजी को युद्ध अपराधी बना दिया ,…..कांग्रेस अंग्रेजों की साजिश ही है,..उसमें देशभक्त नेता भी फंसे ,…कुछ खुदै निपट गए कुछ निपटा दिए गए ,…कुछ जैसे तैसे लगे रहे देशसेवा में !..आजाद ,भगत जैसे महान क्रांतिकारियों के खून से हाथ रंगकर कांग्रेस हिन्दुस्तान पर राज करती रही तो निःसंदेह यह मूरखों का ही देश है ,……गद्दारों को हमारी मूरखता पर बहुत यकीन है तभी गद्दार लुटेरों ने देश को अपनी बपौती मान लिया है ,…..गरीबों का खून चूसने वाले खानदानी आदमखोर मसीहा बनकर देश बर्बाद करते हैं ,……इनकी लूटों के खिलाफ स्वामीजी ने मोर्चा खोला तो कल तक उनके क़दमों में स्वर्ग देखने वाले उनको चोर ठग बेईमान व्यापारी पता नहीं क्या क्या साबित करने लगे ,…कहने लगे योग करो कराओ देश से तुमको का लेना देना है !…लेकिन यह पराक्रमी सन्यासी देश को जिताकर ही दम लेगा !…..कांग्रसी कुत्तों खातिर लूटना देशभक्ति है ,….और लुटेरों को नंगा करके भगाना देशद्रोह है ,.तो हमारी खातिर यह योगी राष्ट्रऋषि और मसीहा है .
लोकतांत्रिक लूटतंत्र पर फिर पीछे चलते हैं ,..सत्ता हस्तांतरण के बाद नेहरू की सरपरस्ती में कांग्रेस ने राज संभाला ,..ऊपर से नीचे तक अंग्रेजों के चाटुकार काबिज हुए ,..शासन पुलिस सब उनकी ,..पेंशनधारी राजा रजवाड़े सत्ता के हिस्सेदार या दलाल बने ,…..गांधीजी की आधी लंगोटी पर फ़िदा जनता मूरख बन गयी ,…गद्दार नेहरू ने जीप घोटाले में हिस्सेदारी खातिर दलाल को मंत्री बनाया ,…… बाकायदा महान नेता की रजामंदी पाकर भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनते देर नहीं लगी ,….बांसठ में जमीन जवान और देश की इज्ज़त गंवाकर चच्चा ने गुनगुनाते हुए राखी सावंत के अंदाज में दो बूँद टपकाए ,..मूरख जनता ने देश का दुःख-दर्द भुलाकर गद्दार को फिर देशभक्त मान लिया ,…..उससे मुक्ति मिलने के बाद देशभक्त शास्त्री जी का नेतृत्व इंदिरा गांधी को हजम नहीं हुआ ,…रूस से मिलकर उनकी हत्या करवाई…. विदेशी साजिश की पुतली जुकाम होने पर भी विदेशी साजिश बताकर मूरख देश को बहलाती रही ,..पाकिस्तान से जीतकर बंगलादेश बनाया और आधा कश्मीर दान दे दिया ,.जैसे उसके बाप दादों के दहेज का माल हो !…उसके लटकों झटको पर भी देश मूरख बनता रहा ,….सत्ता खातिर हर हथकंडा अपनाया ,..कभी गरीबी मिटाओ तो कभी राजसी संपत्ति का राष्ट्रीयकरण किया जिसको सोनिया माइनो ने इटली में सड़क किनारे बोली लगाकर बेचा ,…भ्रष्टाचार और अनैतिकता में डूबी इंदिरा गांधी ने गैरकानूनी सत्ता बचाने खातिर अत्याचार की हद पार की,… लोकतंत्र का गला घोंटा ,….फिर पंजाब से साजिशें की ,.नतीजा भुगता तो राजीव गांधी की शराफत नंगी हो गयी ,..एक जान के बदले हजारों मासूमों को जिन्दा जलाया गया ,…लाखों को उजाड दिया गया ,………….फिर शरीफ पायलट गांधी ने भ्रष्टाचार में और नाम रोशन किया,…. दुनिया के काले लुटेरों में तस्वीर आने से भारत का गांधी छाप गौरव बढ़ा ,…दहेज में मिले सौतिया फ्रेंड क्वात्रोची से साझेदारी में खजाना भरता रहा ,…फिर अंतर्राष्ट्रीय नेताई के खानदानी कीड़े की सजा भुगती ,…वैसे एक बात कहना जरूरी है ,….इंदिरा ,संजय और राजीव की हत्या में सोनिया माइनो का मोटा काला चश्मा बहुत काम आया ,…चिता के सामने खड़ी होकर भी पता नहीं चलने दिया ….पट्ठी खुश है कि उदास !….आशिकों खातिर सास देवर पति की हत्या का रिवाज भी भारत में शायद यहीं से पनपा होगा ,….
गद्दारों का खास अंदाज है ,..पहले लूटो!.. मुसीबत बढाओ !……फिर दवाई के नाम पर जहर पिलाओ !…विदेशी शिकंजे में फंसाओ !……मौनी बाबा के नाम से परसिद्ध राव साहेब ने यही किया ,…नवासी तक कांग्रेस ने सब लूट लिया तो आगे के परधान को सोना गिरवी रखना पड़ा ,..इक्यानबे में मनमोहन सिंह जैसे अमरीकी गुलाम ने आर्थिक उदारीकरण का सूत्रधार किया ,….मीठा तेज जहर ,…अनमोल संपदा कौड़ियों के भाव जाने लगी ,….औकात छोड़कर नोट छपाई का काम शुरू हुआ ,..दसियों लाख करोड़ का काला धन सैकड़ों लाख करोड़ में पहुंचा !…एक ईस्ट इंडिया कंपनी को उखाड़ने में नब्बे साल और सात लाख जानें गयी ,..अब हजारों आ गयी हैं ,..हमारे पैसे से सड़कें बनी टोल टैक्स पूंजीपतियों का खजाना भरता है ,…पेप्सी कोक चिप्स शैम्पू साबुन जैसे रासायनिक जहर हमारे शरीर पर हावी हो गए ,…बेरोजगारी भी दूर होने लगी ,…विदेशी बैंको में विदेश पढ़े टट्टुओं को रोजी मिली ,…. डाक्टरों के पास भी फुर्सत नहीं है ,….बीस लाख खर्च कर पढते हैं ,..दो साल में दवाई टेस्ट करवाकर पूरा करते हैं .
ऐसा नहीं है कि राज सिर्फ कांग्रेस ने किया हो ,..राज्यों में इनकी नाजायज संतानें जन्मी ,…..केन्द्र में भी एनडीए आया लेकिन काम वही ,…अटल राज में केन्द्र सत्ता में भले घोटाले न हुए हो लेकिन धंधा दलाली ही था ,…रंजन भट्टाचार्य और प्रमोद महाजन जैसे पूंजीपतियों के दलाल पूरा सक्रिय रहे ……कुल मिलकर पूरी राजनीति का कांग्रेसीकरण हो गया .
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पूरा देश जानता है कि नेहरू गांधी खानदान पक्का देशद्रोही और अव्वल दर्जे का शातिर है ,..अभिनय में इनके आगे नसीर साहब फेल हैं,…इनकी शातिरता देख लोमड़ियाँ बगलें झांकती है ,.अनेकों दंगे इन्होने करवाए ,….सफेदपोश देशभक्त बने रहकर देश लूटना इनका धंधा है ,…सोनिया गांधी का मजबूर त्याग भी यही था ,…लूट का माल अपना – फंसे तो मोहना !….तब तक बच्चा बच्ची भी तैयार हो जायेंगे !….वैसे फंसेगा कैसे ,… पूरा तंत्र उनका है …हवाला कांड में आतंकियों से पैसा खाने वाले यही नेता एकजुट होकर पाक साफ़ निकले थे ,…देश का न्यायतंत्र ही अन्यायतंत्र है ,..बड़े चोरों का बाल नहीं बांका होता ..तब न्यायाधीश ने यही कहा था !….सीबीआई जैसी पालतू बिल्लियाँ तो स्वामी रामदेव जैसे राष्ट्रभक्तों को रोकने खातिर है ,…बाकी इनका काम सत्ता खातिर माया मुलायम लालू करुणा जैसे चोरों को काबू रखना है ,…..जनता के गुस्से और अदालती जूते पड़ने पर राजा कलमाडी जैसे प्यादे जेलगाह में ऐश कर आते हैं ,….डाकू रानी और लुटेरों का नायब सरदार पाक साफ़ बचाना लूटतंत्र की कामयाबी है ,….मामला फिर टांय-टांय फुस्स होगा ,….बच्चा गांधी उर्फ रौल विन्ची मसीहा बनने के चक्कर में उठक बैठक लगाता है ,..हमसे लूटे धन से गद्दार लोगों ने ट्रेनिंग का प्रबंध किया है ,….पूरी राजनीति उसकी गुलाम है ,… बाकी खानदानी लुटेरों का भावी सरदार भी वही है …….देश का लोकतंत्र गिनती के खानदानों की बपौती नहीं है ,..लेकिन हमारी मूरखता से लुटेरे इस देश को अपने बाप का कोठा समझने की गलतफहमी पाले हैं ,…
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कहते हैं न कि अँधेरा चाहे जितना घना हो उजाला आता जरूर है ,….स्वामी रामदेव जी ने घने अँधेरे में देश को रोशनी दिखाई है ,..उनके पराक्रमी पुरुषार्थ से अब सबेरा होने में देर नहीं है ,….भ्रष्टतंत्र से युद्ध में अन्नाजी भी साथै होंगे ,..सब देशभक्त साथ होंगे !….बाकी जिम्मेदारी हमारी है ,…अबकी चूके तो चुक जायेंगे ,.. जीते तो सदियों तक विजय गान होगा ,.और हम जीतेंगे ही !..भ्रष्ट तंत्र बदलने से सबकुछ बदलेगा !………भ्रष्ट राजनीति और देशद्रोही नेताओं को सबक ही नहीं सिखाना है ,..हमको अपना उद्धार भी करना है ,…स्वदेशी गौरव की स्थापना से विश्व में डंका बजेगा और पूरी मानव जाति हमारी तरफ आशा से देखेगी ,….गरीबी ,.भूख बेरोजगारी बीमारी से हमेशा खातिर निजात लेकर हिन्दुस्तान फिर सोने की चिड़िया बनेगा ,…अपने मूल्यों आदर्शों पर चलकर रामराज्य लाना है ,…जहाँ हर आदमी सुखी चिंतामुक्त जीवन जियेगा ,….सदियों की गुलामी से आजादी का वक्त आया है ,..अब हर आदमी को जागकर कर्मठ बनना है ,……इस परिवर्तन में हमें भागीदारी करनी है ,…..हर तरह के आपसी भेदभाव को मिटाकर हम एकसाथ अपनी जंग जीतेंगे ,…हमारे बीच की दूरियां फूट डालकर राज करने की अंग्रेजी नीति से पनपी हैं ,….अंग्रजी नीतियों ,.गुलाम शिक्षा और बढते बाजारू असर से कुछ लोग अहंकार में चौड़े हैं तो कुछ हीनता में दुबले हैं ,….दोनों को खतम कर उंच नीच की खाई मिटाकर एक सार होना है ,..धरम यही कहता है परहित सरिस धर्म नहि भाई !……मानव स्वभाव निज हित पहले देखता है ,..मध्यमार्ग सर्वहित है !…. उंचनीच छोड़कर एकजुटता से खड़े होना है ,…आपसी रंजिशों और लड़ाइयों का लाभ हमेशा दुश्मन ताकतों ने उठाया है ,……हमारे सामने अपना अस्तित्व ,अपनी धरती अपना सम्मान और अपने देश को बचाने की चुनौती है ,.. चुनौती को जीतकर सुनहरी भोर लानी है ,..स्वामी रामदेव जी के मार्गदर्शन में सब भारतीय भारत स्वाभिमान के साथ खड़े होंगे .
हमें खुद को भी संवारना है ,….गलत इंसान भी बच्चों से गलत नहीं करवाना चाहता ,..नशेड़ी ,जुआरी,चोर. डाकू कभी नहीं चाहेगा कि उसकी औलाद यही करे ,.लेकिन बुराई को सहारे की जरूरत नहीं होती ,…अगली पीढ़ी में बुराई अपने आप पहुँचती है ,..अच्छाई खातिर बहुत प्रयास करने पड़ते हैं ,…हमें खुद अच्छा बनना है ,..लुटेरों ने हमारी शिक्षा तबाह करके भयानक साजिश रची है ,..अब सब साजिशों से पार पाने का समय है ,…हम पूरी जिंदगी बच्चों खातिर काम करते हैं ,..उनका सच्चा हित भारत स्वाभिमान से ही होगा ,.हमें अहंकारी नहीं स्वाभिमानी बनना है ,.स्वदेशी के बूते हम सर्वसंपन्न थे ,..फिरसे होंगे ,..भगवान ने हमारे देश को सबकुछ दिया है ,…अब मूरखता त्यागकर भगवान के रास्ते पर चलकर अपनी जीत निश्चित करेंगे ,…हम इतनी बड़ी संख्या में एकजुट होंगे कि चोर लुटेरे दुम दबाकर भाग जायेंगे ,…
भगवान हमें वही देते हैं जो हम करते हैं ,….कुछ समय जरूर लगता है ,… आज के भ्रष्टाचारी कल भारी कीमत चुकायेंगे !…..पाप के दो ही अंजाम होते हैं,.. या तो सच्चे प्रायश्चित से क्षमा मिलती है या फिर भयानक सजा !….इतिहास गवाह है पापीयों का सर्वनाश हुआ है ,…इनका भी होगा ,…हमें खुद पाप से बचना है ,..इंसान को किसी तरह सताने वाला कभी सुखी नहीं रहता है ,….सरकारी नौकरों की लोलुप कर्तव्य विमुखता खुद उनकी खातिर घातक है ,…हराम की कमाई से हरामी औलाद ही पलती है .
राजनीति से ही देश चलता है ,…राजनीति खातिर एकजुट समाज को आगे आना ही होगा ,.नीचे से ऊपर तक लूटतंत्र का सर्वनाश करना होगा ,….हर आदमी को राष्ट्र चेतना फैलाने खातिर कुछ समय देना होगा ,…तभी सबका कल्याण है ,..बुजुर्गों के मार्गदर्शन में युवा भारत खुद अपनी तकदीर लिखेगा ,…सर्वहितैषी राष्ट्रनीति पूजा ही होगी ,..राष्ट्रसेवा से सब सेवा होगी ,….लूटतंत्र को दफनाकर सच्चा लोकतंत्र और सर्वहितैषी व्यवस्था कायम करने से भारत की रक्षा और सुन्दर निर्माण होगा ,……मैं मूरख सबसे भारत स्वाभिमान से जुड़ने और सबको जोड़ने की विनती करता हूँ ,…बहुत लिखा लेकिन कम है ,…कृपया समझियेगा ज्यादा !…..फिरसे सबको सादर परनाम !
वन्देमातरम !
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