- 238 Posts
- 4240 Comments
आदरणीय मित्रों ,.बहनों एवं गुरुजनों ,..सादर प्रणाम ……मूरखों की चौपाल का ताजा हाल लेकर फिर आपकी सेवा में हाजिर हूँ .
………………………………..
मंच जमा है ,…..रविवार की छुट्टी में वकील बाबू भी हाजिरी लगा रहे हैं ..
“..काका ई दिग्गिया ने अरविन्द को सवाली खत काहे भेजा !….देश कांग्रेस खा रही है ,अरविन्द काहे जबाब दे !.”…..मिलन ने शुरुआत की
“..ऊ दस जनपथ के बिस्कुटों का हक अदा कर रहा है ,… गुलाम मीडिया अरविन्द को दिखाती है ,तो परेशान होगा बेचारा ,… इशारे पर नाचने वाले बगावत करें तो पगलाना जायज है भाई !…कौनो समाजसेवी मैडम भी सवाली बनकर आई हैं !..का नाम है एनी… बेसें…ट !!! ..”…….आसरे काका दिमाग पर जोर डालकर रुके.तो चन्द्रिका बोला
“..एनी बेसेंट वाला ज़माना कबका गया काका ,.ई दूसरी एनी हैं ,…. अरविन्द लाख बुरा हो ,.. फिरौ सवाल गद्दार गांधी कुनबे, डाकू कांग्रेस, पालतू गद्दारों और चोर राजनीति पर है !!……..वैसे योग आयुर्वेद के रास्ते देश जगाने वाले स्वामीजी ,….गद्दारों को नंगा करने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ,..राष्ट्रभक्त विकासपुरुष नरेंद्र मोदी से कन्नी काटने वाले चैनल ने अरविन्द का जीवनी दिखाया तो मामला नमकीन जरूर है !….इसी बहाने कोयला लूट भी पीछे चली गयी !…दामाद के साथ खुर्शीद जैसे कुत्तों के बाल चढ़ाकर देश को उल्लू बनायेंगे !!”
“..तुम बहुत स्वाद लेते हो ..थोड़ा नमकीनी सही !…. आम आदमी को दिखाया तो !… गडबड न करने वाले अधिकारी अब कहाँ बचे ! ,…. एनजीओ भी दूध के धोए नहीं हैं ,.. नेता अफसर की लुगाइयाँ यही धंधा करती हैं ,… अरविन्द को माल बनाना होता तो वहीँ लगा होता ,….बीस तीस करोड़ कांग्रेस पांच मिनट में निकाल देगी !..”…….पुल्लू ने चन्द्रिका पर कटाक्ष मारा तो रहमान भाई आगे खिसके .
“…हमको लगता है ,.मोदी का रास्ता रोके खातिर सब चाल हैं !…..देश कांग्रेस से त्रस्त है ,..मगरमच्छों की गुलाटी देख आँखे रोती भी नहीं !…..दामाद पर छाता लगाये लोग गड़करी की जांच खातिर अनशन को तैयार हैं ! ,……कोई माई का लाल ई नही पूछता है कि सोनिया मैडम कैसे अमीरी की सीढियां फांद गयी ,……दीदी बच्चा गांधी के नाम कितना बेनामी माल जमा है !…..टू-जी,कामनवेल्थ ,कोयला में नेहरू खानदान तक कितना माल पहुंचा !! ,…चिदंबरम कैसे बचा !……पीएसी, कैग,संविधान को लात दिखाने वाले कांग्रेसी कौन देवी ब्रत में देश खाते हैं !…..अरविन्द ठीके कहता है ,.सब चोर हैं ,.हम भी तो यही कहते हैं ,…हम कहते हैं कि सब नेताओ को बिना जांच पूँछ के जेल भेज दो ,..लेकिन पहिले देशद्रोही दस जनपथिओं को चौराहे पर लटकाओ ! …..बिना सरगना काबू किये चोर उचक्के काबू नहीं आयेंगे !…..लुटेरा गिरोह में फेरबदल करके देशद्रोही गांधी खानदान हमारी आँख में धूल झोंकने जा रहा है ,….. सुने बच्चा गांध भी मंत्रिमंडल में आने वाला है !…..”
“…मंत्रिमंडल खानदानी जागीर है ,..जाब चाहे गुलाम पगड़ी को रद्दी के टोकरी में फेंक देगा !……..लुटेरे देश हजम कर चुके हैं !….उनका शातिर राजा बाबू मंत्री बनकर रेवडियाँ बांटेंगा ,..नया खून दिखाकर चूसे खून वालों का टाइम पास होगा !….भूखी नंगी जनता की हाय हाय को वाह वाह सुनेगा !..अपवित्र संसद में कभी कभार दर्शन देकर लुटेरा गिरोह को मौन आशीर्वाद देने वाला शातिर गांधी चोरों का देवता बनेगा !……आधे विपक्षी तो अंदरखाते उनकी ही खाते हैं ,….आम आदमी के नामपर अरविन्द भी गद्दी लेकर मस्त हो सकता है !…. खूनी पंजा आम आदमी खातिर ही है !..”………मिलन की पीड़ा निकली तो आसरे काका बोले .
“…….अरविन्द ईमानदार मेहनती है,.हम शुरू से उनके प्रशंसक हैं ,…लेकिन ऊ आम नहीं अंगूर है ,……….पता नहीं स्वदेशी है कि विदेशी !…… बेशर्म नंगे लोगों की पोल खोलने में महाघोटालों पीछे रह गये ,…..जीजे के शिकार से बच्चे का रास्ता साफ़ हुआ है ,..एक दूसरे की ढाल बनेंगे ही !…… गडकरी पर लपेटा मारकर तीसमार खान बन गया !……… फिरौ गद्दार कांग्रेस से सौ गुना अच्छी भाजपा है ,..लेकिन है तो उनकी ही गुलाम ,…….फिरौ जांच खातिर तो तैयार है !………अगर सही से जांच हो तो पूरा कांग्रेस गिरोह जेल जाएगा !…………लेकिन करेगा कौन !..सब माल हजम है ,….उनकी ही नीतियों पर चलने का बहाना भी है !..……..हमारा मकसद सच्चे लोगों की एकजुटता है !…..अब शिकारी कुत्ते फिर भौंकेंगे ,.. ..जीरो लास !…विपक्षी साजिश!..पवित्र गांधी !! …अरे खानदानी तोपों को पूरा बेपर्दा करना है तो सीधा उनकी सच्चाई खोलो !…..सीधा उनपर मुकदमे ठोको ,.. का पत्रकारिता के सबूत माने नहीं जायेंगे ,….सच्ची पत्रकारिता लोकतंत्र का बहुत मजबूत खम्भा है ,..ई गन्दी व्यवस्था की कलई खोलते जुझारू पत्रकारों की बात न्यायपालिका को सुननी होगी !…बंद आँखों से ही सही ,…सच्चे सबूत को स्वीकार करना न्याय शब्द का धर्म है ….वैसे तो न्याय सत्ता और माया का बंधक है ,..फिरौ थोड़ा देखने में का हर्जा है ,………अगर मुकदमे दायर हुए तो गद्दारों को गद्दी छोड़नी होगी !…………सब एकसाथ होकर गद्दारों की धज्जियाँ उड़ा दो !!……आज की जनता को इनकी सब कारगुजारियां पता चलेंगी !…..” ….
“..ऊ भी का करे बेचारा !….भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ पूरा जोर लगाता है ….सुब्रमण्यम स्वामी कब से सोनिया की पोल खोलकर मुकदमा लड़ रहे हैं ,..का निकला !!…सब चोर गद्दार ऐश करते हैं… उनकी छोडो अपनी सोचो ,…खुदै भरमते हो !…तुम्हारे अलावा पूरी दुनिया गलत है का !…थोड़ा बड़ा सोचो !!…”…………वकील बाबू ने मूरखों पर तीर चलाया तो नन्हे तिलमिलाया .
“.. सच में हमारे अलावा पूरी दुनिया सही है ,.तभी भरमते हैं ,….लेकिन कहने से का होगा …न सब ठीक हैं न सब गलत !..काहे से कि हर आदमी की अपनी नजर होती है ,….जिनका खजाना कांग्रेस कृपा से भरता होगा उनकी खातिर गांधी संस भगवान हैं ,…देश खातिर तो राक्षस हैं !..”……
“…अब आये हो लाइन पर ,….देश बदलना है तो सबके दिल में प्रेम का पौधा तो लगाओ !……जाति,धर्म ,क्षेत्र की फूट डालकर राज करने वाले गद्दारों को ऐसा तमाचा लगाओ कि एक वोट न मिले !..”…………वकील बाबू की बात पर सब चुपचाप भीखू की तरफ देखने लगे
“…वकील बाबू तुम ठीक कहते हो ,…जिन प्रेम किया तिन ही प्रभु पायो !….,…हमारा देश एक है,…. भगवान एक हैं ,…,.. तकलीफ एक हैं ,…इलाज भी एक है ,…….सत्यानाशी लुटेरी व्यवस्था के नाश ,.सच्चे लोकतंत्र और आध्यात्मिक स्वदेशी व्यवस्था से भारत उदय होगा !!…”…………भीखू रुक गए ,….फिर चन्द्रिका से बोले .
“…चंदिरका मानव भैय्या को फिर मिसकाल मारो ,…..पौधारोपण उनसे ही करवाएंगे !……….जहर बुझे मूरख विषबेल उखाड़ने का अपना काम करते हैं !…..” …….चन्द्रिका आज्ञा पालन में लग गया .
भीखू आँख बंद कर बोले ……
.”.अंग्रेजों से आजादी केवल दिखावा थी ,…देश के खून की स्याही से नेहरू ने सत्ता हस्तांतरण किया था ,.सबकुछ उनका ही है ,….ऊ विदेशिओं का गुलाम जासूस था ,… क्रांतिकारियों की हत्या और उनपर अत्याचारों में उसका हाथ था ,….गांधीजी फेल सत्याग्रही थे ,..न ऊ आजादी लाये न अमन ला पाए !…… मानवता के आधार पर हिंदुत्व को देश में दोयम दर्जा उनकी ही देन है ,……बिना बराबर सोच के स्वदेशी राग कामयाब नहीं हो सकता था ,…… राम ही जानें कि ऊ काहे नाकाम हुए ! ,…….फिर नेहरू ने जानबूझकर देश को कश्मीर का जख्म दिया !…महान देशभक्त श्यामा प्रसाद जी की हत्या करवाई !…. नवनिर्माण के नाम पर नेहरू ने देश को दुनिया के सबसे बड़े डाकू विश्वबैंक के चंगुल में फंसाया !….अपना धन ही लेने खातिर उनकी शर्ते देश पर थोपता गया ! ,…उसने भ्रष्टाचार को सरकारी विभाग बनाया !……विदेशियों के चाटुकार अय्याश ने देश की सुरक्षा को लात मारी ,…पंचशीली नेताई के चक्कर में पवित्र मानसरोवर के साथ हजारों मील जमीन गंवाई !……बार बार चेताने के बाद भी वहां से फ़ौज हटाई ,….गोला बारूद बनाने वाले कारखानों को बेकार किया ,…हमारे काबिल इंजीनयरो से कप पिलेट बनवाए !…..फिर इंदिरा ने रूस से साठगांठ करके देश के सपूत शास्त्री जी की हत्या करवाई और गद्दी जकड ली ,….हम मूरख उसके नाज नखरों को सिर आँखों पर बैठाए घूमते रहे,…विदेशी गुलाम राक्षसी को हम दुर्गा समझते रहे !..खुद जीतकर देश को हरवाया ,..जवानो की शहादत का शिमला में मजाक उडाया … ऊ महाअनैतिक और खतरनाक अत्याचारी थी ,.लूट और भ्रष्टाचार उनका अधिकार स्थापित हो गया !….लोकतंत्र की हत्या के बाद भी उसका कलेजा नहीं ठंडा हुआ ,..सबकुछ जानते हुए विदेशियों की एजेंट सोनिया को महल में जगह दी ,…..ऊ आते ही देश का रजवाडी खजाना बेचने का धंधा करने लगी !..बैरी से और देश को का मिल सकता था !….फिर सत्ता के उत्तराधिकार खातिर संजय गांधी की हत्या हुई ,….पंजाब को दिए जख्मों से उसकी भी जान निकली ,..फिर गद्दारों ने राक्षसी रक्तपात का वीभत्स नाच खेला ,..शरीफ गांधी ने अपनी शराफत में मासूम सिखों को जिन्दा जलवाया !…फिर शुरू हुआ जोड़ी का खाने पचाने का खेल ,…विदेशी हमेशा इनके मददगार रहे !..काहे से कि देश फिर उनके कब्जे में देना था ,….सब खाने पचाने के बाद कुछ दिन खातिर सत्ता बदली लेकिन देश को कुछ नहीं मिला ,…इक्यानबे में मौनी गुरु चेला ने सुधार के नाम पर देश बेचना शुरू किया ,..भ्रष्टाचार का विभाग सर्वव्यापी हो गया ,…नेता लोग पून्जिपतिओं के हाथ चाबी वाले खिलौने बन गए ,..पूरी राजनीति इनकी गुलाम हो गयी !……जितना विकास किया उससे पांच गुना ज्यादा खाया और पचास गुना ज्यादा बेचा है !….. सबकुछ बिकाऊ हैं !…..मशीन बढ़ी हैं ,इंसानियत मिट रही है ,.सामान ज्यादा है सुख कम !…पूंजीपतियों को अरबों खरबों की खुल्ला छूट देने वालों को अट्ठाईस रुपये कमाने वाले अमीर दिखते हैं …..किसान इनकी खातिर फालतू आइटम है ..जनता केवल चुनाव के समय दिखती है बाकी भाड़ में जाय !……मंहगाई डायन इंसान को लील रही है ,..बेरोजगारी ,.नशाखोरी से अपराध बेकाबू हैं ,…बच्चियां कहीं सुरक्षित नहीं हैं ,..कुदरत का कौनो ठिकाना नहीं ,..नयी नयी बीमारी मासूम जनता को खाती हैं ,..अस्पताल में गरीब को देखने वाला कोई नहीं ,…निजी में जाने पर घरबार सबकुछ बिक जाता है ,…!!.”
“..कब तक रोते रहोगे ,..आगे बढ़ो चाचा…”………….मिलन ने सहलाते हुए कहा तो भीखू रूककर शुरू हुए .
“..आगे का बढ़ें ,..अब खुल्ली लूट है !… विदेशी दलाल सोनिया गांधी और अमरीकी गुलाम मनमोहन ने पूरा देश हजारों हाथों से लूटा है ,…… गिद्धों ने मुर्दा गुलाम जनता को नोचनोच कर खाया है !….अब शातिर भाई बहन फिर देश पर राज करने का ख़्वाब सजाये हैं ,………काहे से कि सब दलन में कांग्रेसी कीड़े हैं ,……..कुछ खुल्ला गुलामी करते हैं कुछ अंदरखाते साथी हैं ,….दिग्गिया आडवाणी जैसों की लगाम खींचता है ,.. कौनो अचरज नहीं है ,..हवाला घोटाले में सब एक साथ थे ,……..लुटेरी सत्ता का रिवाज है सब साथी दिखने नही चाहिए ,…निजी सेना के अलावा कुछ विपक्षी सेना और समाजसेवक बुद्धिजीवी टाइप के लोगों की दुम दबाकर रखते हैं ,……दिन में अपना अपना लूटो ,..रात में इकट्ठे बंटवारा होता !……भ्रष्टाचार की विषबेल के जहरीले फूल दस जनपथ के आस पास नजर आती हैं,… लेकिन गद्दारों की जड़ें हर जगह हैं ,……ई हमारी खुशनसीबी थी कि भारत के महान धरती पर पैदा हुए हैं ,..लेकिन इन गद्दारों ने जिंदगी कीचड कर दी है ,….राक्षस खानदान पवित्र बना बैठा है ,…
हमारा खून चूसकर अपनी तिजोरियां भरने वाले शैतान शराफत के चोले में देश तबाह करते हैं ,..ये नाजायज अंग्रेज हिंदी ,हिन्दू और हिन्दुस्तान के दुश्मन हैं ,.गद्दारों के गुलाम लालची जयचंदों के इतर चन्दन पुष्प वर्षा में हम मोहित हो जाते है ,….राक्षसों की पूजा करते सियारों को देखकर हम मूरख भी उनको भगवान सरीखा मान लेते हैं !………दुनिया का सबसे संपन्न देश गरीबी की जलालत झेलता है ,…. सब बर्बादी का जिम्मेदार यह गद्दार खानदान और कांग्रेस है !…कौनो नेता में एक पैसा देशभक्ति बची है तो इनको उजाड़कर प्रायश्चित करे !………गद्दारों के पिछलग्गुओं की सच्चाई देश देख रहा है !….धर्मनिरपेक्षता की आड़ में देश जहरीले मगरमच्छों का शिकार होता है ,..अब यह नहीं होगा ,……देश को गद्दार गांधी नहीं देशभक्त मोदी चाहिए !…. सवा सौ साल से देश जकड़े कांग्रेसी बिषबेल को पूरी तरह से उखाडना है ,….पूरे देश को एकसाथ आना है !… प्रेम का पौधा तभी पनपेगा जब विषबेल उखड़ जायेगी !……”…….भीखू तैश में कांपने लगे ,….सबका आक्रोश चरम पर पहुंचा !….भारत माता की जय !…वन्देमातरम !!…और इन्कलाब जिंदाबाद के नारे फिर गूंजने लगे …वन्देमातरम !
Read Comments